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राजा वडिंग अधूरे होमवर्क के साथ होशियारपुर पहुंचे, संघ पर दिए बयान अस्वीकार्य और तथ्यहीन – मीनू सेठी
पंजाब भाजपा सचिव ने कहा – कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली खुद एक हास्यास्पद प्रयास

होशियारपुर । पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के होशियारपुर दौरे को लेकर भाजपा की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। पंजाब भाजपा सचिव मीनू सेठी ने कहा कि राजा वडिंग ने संघ और भाजपा के खिलाफ जो बयान दिए हैं, वे पूरी तरह से तथ्यहीन और अस्वीकार्य हैं।
उन्होंने कहा कि वडिंग का संघ को नारी विरोधी कहना उनके अधूरे होमवर्क को दर्शाता है। मीनू सेठी ने बताया कि राष्ट्रीय सेविका समिति, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, सेवा भारती, शिक्षा भारती, हरियावल पंजाब, विरसा संभाल मंच जैसे संघ से जुड़े संगठन महिलाओं की भागीदारी और सेवा कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देशभर में संघ से जुड़े सात सौ से अधिक सर्वहितकारी स्कूल चल रहे हैं, जिनमें अस्सी प्रतिशत से अधिक महिलाएं अध्यापन कार्य कर रही हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ऐसे संगठन को नारी विरोधी कहा जा सकता है?
राजा वडिंग द्वारा 'गुलामी और गरीबी से मुक्ति' की बात पर भी उन्होंने तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश में 60 से अधिक वर्षों तक शासन किया, पंजाब में भी 2002 से 2007 और 2017 से 2022 तक सत्ता में रही। यदि इतने लंबे शासन के बाद भी वे गुलामी और गरीबी से मुक्ति की बात कर रहे हैं तो यह कांग्रेस की असफल नीतियों का प्रमाण है।
मीनू सेठी ने कहा कि 'संविधान बचाओ रैली' करने वाली कांग्रेस को पहले अपना इतिहास देखना चाहिए। 1975 में इंदिरा गांधी द्वारा लगाई गई इमरजेंसी संविधान का सबसे बड़ा उल्लंघन थी। 1984 में सिख विरोधी दंगों के बाद राजीव गांधी द्वारा दिया गया बयान — "जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है, तो ज़मीन हिलती है" — क्या संविधान के अनुरूप था?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अब तक 80 से अधिक बार संविधान में मनमाफिक संशोधन किए हैं, यहां तक कि संविधान की प्रस्तावना तक को बदला गया है।
मीनू सेठी ने तंज कसते हुए कहा कि राजा वडिंग को मंच पर मनमर्जी की बातें करने की बजाय तथ्यों की जानकारी रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब अपनी खिसकती राजनीतिक जमीन को बचाने के लिए छटपटा रही है, लेकिन इससे उसे कोई लाभ नहीं होने वाला।