- Hindi News
- क्राइम
- बैंक मैनेजर का चौंकाने वाला कदम – बैंक के अंदर की आत्महत्या, छोड़ा सुसाइड नोट
बैंक मैनेजर का चौंकाने वाला कदम – बैंक के अंदर की आत्महत्या, छोड़ा सुसाइड नोट

न्यूज डेस्क । पुणे (बारामती) ।
पुणे जिले के बारामती में बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में उस समय सनसनी फैल गई, जब वहां कार्यरत 52 वर्षीय ब्रांच मैनेजर शिवशंकर मित्रा ने बैंक परिसर के अंदर ही आत्महत्या कर ली। पुलिस को मौके से मिला सुसाइड नोट इस दुखद घटना के पीछे 'वर्क प्रेशर' को जिम्मेदार ठहराता है।
जानकारी के अनुसार, शिवशंकर मित्रा प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) के निवासी थे और पिछले कुछ वर्षों से बारामती शाखा में बतौर चीफ़ मैनेजर कार्यरत थे। गुरुवार देर शाम उन्होंने अपने सहयोगियों से कहा कि वह शाखा बंद कर रहे हैं और सभी को घर भेज दिया। कुछ ही देर बाद उन्होंने बैंक की छत से रस्सी के सहारे फांसी लगा ली।
रात क़रीब 10 बजे उनकी पत्नी जब उन्हें खोजते हुए शाखा पहुंचीं तो भीतर से लाइट जलती देखी। जब दरवाजा नहीं खुला तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने बैंक का दरवाज़ा तोड़कर भीतर प्रवेश किया और मित्रा को फंदे से लटका हुआ पाया।
मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें उन्होंने ‘वर्क प्रेशर’ को आत्महत्या का मुख्य कारण बताया है। नोट में उन्होंने अपनी पत्नी और बेटी से माफ़ी मांगी और अपनी आंखें दान करने की इच्छा भी जताई। साथ ही उन्होंने अनुरोध किया कि अन्य बैंककर्मियों पर भविष्य में ऐसा दबाव न डाला जाए।
पुलिस के मुताबिक, शिवशंकर मित्रा ने 11 जुलाई को इस्तीफा दिया था, लेकिन वह अभी 90 दिनों की नोटिस अवधि में कार्यरत थे। उन्होंने अपने इस्तीफे में भी स्वास्थ्य समस्याओं और अत्यधिक कार्यभार का ज़िक्र किया था।
बारामती सिटी पुलिस ने धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि सुसाइड नोट में किसी व्यक्ति विशेष का नाम नहीं है, लेकिन बैंक के काम के दबाव को आत्महत्या की वजह बताया गया है।
यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब बैंक ऑफ बड़ौदा अपनी 118वीं स्थापना दिवस की तैयारियों में जुटा था और शाखाओं को लक्ष्य पूरे करने के विशेष निर्देश जारी किए गए थे।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने एक बार फिर कार्यस्थलों पर मानसिक स्वास्थ्य और कार्य संतुलन की ज़रूरत को रेखांकित कर दिया है।