- Hindi News
- देश विदेश
- "फांसी की तारीख तय... और यमन की जेल से नर्स निमिषा ने भेजा आख़िरी वॉट्सऐप मेसेज!"
"फांसी की तारीख तय... और यमन की जेल से नर्स निमिषा ने भेजा आख़िरी वॉट्सऐप मेसेज!"

नई दिल्ली/कोच्चि: यमन की जेल में बंद भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की ज़िंदगी अब गिनती के चंद दिनों तक सिमटती दिख रही है। सज़ा-ए-मौत की तारीख तय होने की खबर खुद निमिषा ने एक वॉट्सऐप मेसेज के ज़रिये अपने पति को दी, जिससे पूरा परिवार सदमे में आ गया।
निमिषा के पति ने बताया कि "जेल सुपरिटेंडेंट ने जब निमिषा को फांसी की तारीख बताई, तो वह बुरी तरह घबरा गई। उसने तुरंत मुझे वॉट्सऐप पर यह खबर दी। मेसेज पढ़कर हमारा पूरा परिवार हिल गया। मैंने उसे दिलासा देने की कोशिश की लेकिन वह बहुत परेशान थी।"
क्या है मामला?
नर्सिंग प्रोफेशन से जुड़ी निमिषा प्रिया कुछ वर्षों पहले काम के सिलसिले में यमन गई थीं। वहीं एक विवादित मामले में उन पर स्थानीय नागरिक की हत्या का आरोप लगा और कोर्ट ने उन्हें मौत की सज़ा सुनाई।
हालांकि भारत सरकार और कई सामाजिक संगठन लगातार कोशिश कर रहे हैं कि निमिषा की सजा माफ करवाई जाए या कम से कम उसे यमन से भारत लाया जाए। लेकिन अब जब मौत की तारीख तय कर दी गई है, तो परिवार और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की चिंता और बढ़ गई है।
सरकार से लगाई गुहार
निमिषा के पति और परिजनों ने भारत सरकार से अपील की है कि वह यमन सरकार से बातचीत कर किसी तरह निमिषा की जान बचाने के प्रयास तेज़ करें। कई वकीलों और एनजीओज़ ने भी इस केस में हस्तक्षेप किया है।
अंतरराष्ट्रीय दबाव की जरूरत
मानवाधिकार कार्यकर्ता मानते हैं कि इस समय सबसे ज़रूरी है कि भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को उठाए ताकि यमन पर दबाव बन सके और किसी तरह से एक भारतीय नागरिक की जान बचाई जा सके।