अहमदाबाद : गुजरात के अहमदाबाद शहर में एक ऐसा रेस्टोरेंट मौजूद है, जिसे देखकर पहली नजर में कोई भी चौंक सकता है। यहां ग्राहक असली कब्रों के बीच बैठकर खाना खाते हैं, और वह भी बिल्कुल बेखौफ होकर। यह जगह न तो किसी हॉरर शो का सेट है, और न ही कोई आभासी अनुभव—यह एक सचमुच का रेस्टोरेंट है, जो एक पुराने कब्रिस्तान के ऊपर बना हुआ है।
इस रेस्टोरेंट की शुरुआत साल 1950 में एच मोहम्मद नाम के व्यक्ति ने एक टी-स्टॉल से की थी, जो इस कब्रिस्तान के ठीक बाहर लगती थी। समय के साथ दुकान को अच्छा रिस्पॉन्स मिला और मोहम्मद ने इसे रेस्टोरेंट में तब्दील कर दिया। लेकिन इस पूरे विस्तार के दौरान यहां मौजूद कब्रों को न तो हटाया गया और न ही नजरअंदाज़ किया गया।
आज यहां कुल 26 असली कब्रें मौजूद हैं, जिन्हें लोहे की जालियों से घेर दिया गया है ताकि ग्राहक गलती से भी उन पर पैर न रखें। कुछ टेबल तो कब्रों के बिल्कुल पास लगे हुए हैं, जहां ग्राहक बिना किसी झिझक के लज़ीज़ भोजन का आनंद लेते हैं। रेस्टोरेंट स्टाफ इन कब्रों की नियमित रूप से सफाई और देखभाल करता है।
स्थानीय लोगों के लिए यह रेस्टोरेंट न केवल स्वाद के लिए, बल्कि इसके इतिहास और अनोखे अंदाज़ के लिए भी खास है। पर्यटक भी इसे देखने और यहां बैठकर खाना खाने का अनुभव लेने आते हैं। वहीं, कुछ लोग इसे एक किस्म की श्रद्धा और सौभाग्य का प्रतीक मानते हैं, क्योंकि रेस्टोरेंट के मालिक इसे 'लकी प्लेस' मानते रहे हैं।
इस रेस्टोरेंट ने यह दिखा दिया है कि भारत जैसे देश में, जहां विरासत, आस्था और रोज़मर्रा की ज़िंदगी घुल-मिल जाती है, वहां कुछ भी असंभव नहीं। यहां मौत के साए में भी ज़िंदगी का स्वाद चखा जा सकता है।
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