- Hindi News
- पंजाब
- होशियारपुर
- समावेशी न्याय प्रणाली की रूपरेखा साझा करते हुए एडवोकेट पी.एस. घुम्मन बोले – न्याय केवल विशेषाधिकार न...
समावेशी न्याय प्रणाली की रूपरेखा साझा करते हुए एडवोकेट पी.एस. घुम्मन बोले – न्याय केवल विशेषाधिकार नहीं, हर नागरिक का अधिकार है

होशियारपुर ।
बार एसोसिएशन होशियारपुर के प्रधान एडवोकेट पी.एस. घुम्मन ने वरिष्ठ समाजसेवी व शिक्षाविद संजीव कुमार के साथ विशेष बातचीत के दौरान न्याय प्रणाली को सुलभ, समावेशी और कल्याणकारी बनाने को लेकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि न्याय केवल कुछ विशेष वर्गों का अधिकार नहीं, बल्कि हर नागरिक का हक है, विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर और हाशिए पर खड़े लोगों के लिए।
एडवोकेट घुम्मन ने कहा कि एक मजबूत न्याय प्रणाली के साथ-साथ उसकी आम जनता तक पहुंच भी उतनी ही आवश्यक है। उन्होंने नि:शुल्क कानूनी सहायता को और अधिक प्रभावी बनाने तथा जागरूकता अभियानों के माध्यम से वंचित समुदायों को उनके अधिकारों के प्रति सशक्त करने की आवश्यकता पर बल दिया।
वकीलों की भलाई पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि युवा और संघर्षशील वकीलों को बेहतर अधोसंरचना, बीमा योजनाओं और सामाजिक सुरक्षा की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने बार काउंसिल और सरकार से इस दिशा में सामूहिक प्रयास करने की अपील की।
एडवोकेट घुम्मन ने सुझाव दिया कि युवा वकीलों को आधुनिक कानूनी तकनीकों और कार्यप्रणालियों से जोड़ने के लिए नियमित रूप से स्किल डिवेलपमेंट और ट्रेनिंग वर्कशॉप्स आयोजित की जाएं।
अंत में उन्होंने न्यायिक सुधार, न्याय तक आमजन की पहुंच और वकीलों की बेहतरी के प्रति अपनी पूर्ण प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनके नेतृत्व में होशियारपुर बार एसोसिएशन न केवल अधिवक्ताओं के हितों की रक्षा करेगा, बल्कि आम जनता के लिए भी न्याय प्रणाली को और अधिक भरोसेमंद बनाएगा।