होशियारपुर। रयात बाहरा फार्मेसी कॉलेज के छात्रों ने कैंपस डायरेक्टर डॉ चंद्र मोहन की अध्यक्षता में स्लम एरिया के लोगों को टीकाकारण बारे जागरूक किया। इस मौके डॉ अमित शर्मा ने बताया कि एक बच्चे को पूरी तरह से प्रतिरक्षित तभी माना जाता है जब उस बच्चे की उम्र के पहले वर्ष के भीतर राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के अनुसार सभी टीके लगे हो । उन्होंने बताया कि कॉलेज के अध्यापकों और छात्रों द्वारा सरकारी सुविधाओं पर पेश किए जाने वाले सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत मुफ्त टीकाकरण जैसे टीकाकरण कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का प्रचार किया गया। डॉ अमित ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना, मिथकों को दूर करना था। इस मौके बी.फार्मेसी एवं डी.फार्मेसी के विद्यार्थियों ने झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों को हेपेटाइटिस, डिप्थीरिया, टेटनस जैसी संक्रामक बीमारियों के बारे में समझाया। छात्रों ने जागरूकता पैदा करने के लिए मुफ्त सरकारी टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में जानकारी वाले पत्रक वितरित किए। इस मौके वंचित समाज को विभिन्न संक्रमणों से बचाव के संबंध में जागरूक करने की सामाजिक जिम्मेदारी के तहत अध्यापकों ने एक सर्वेक्षण किया और पाया कि कई बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ है। इस जागरूकता कार्यक्रम को प्रो अशिता पवैया ने को-ओडीनेट किया।