तरनतारन : डीएमयू ट्रेन की चपेट में आने से शनिवार रात साढ़े दस बजे एक व्यक्ति की मौत हो गई। एक तरफ कस्बा गोहलवड़ में रविवार सुबह घर से बेटी की डोली को विदा करने की तैयारी हो रही थी और दूसरी तरफ लड़की के पिता सरबजीत सिंह की शनिवार रात को साढ़े दस बजे रेल हादसे में मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही परिवार में खुशियां मातम में बदल गई। जीआरपी पुलिस ने शव कब्जे में लेने के बाद कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
कस्बा गोहलवड़ निवासी सरबजीत सिंह मजदूरी करके परिवार चलाता था। सरबजीत ने बेटी का विवाह तय किया, जिसके मुताबिक रविवार को बेटी की डोली विदा करनी थी। शनिवार रात को सरबजीत के घर में मेहमान आए हुए थे। सुरजीत सिंह और रेशम सिंह ने बताया कि रात साढ़े दस बजे खाना खाने के बाद सरबजीत बाहर घूमने के लिए चला गया। इतने में खेमकरण से अमृतसर डीएमयू रेल गाड़ी आ रही थी। कस्बा गोहलवड़ स्थित रेलवे फाटक पार करते समय सरबजीत इस डीएमयू की चपेट में आ गया। हादसे में सरबजीत के सिर में गंभीर चोट लगी और कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। हादसे का पता चलते ही जीआरपी चौकी तरनतारन के इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर गुरविदर सिंह मौके पर पहुंचे और शव को कार्रवाई के लिए कब्जे में ले लिया। रविवार सुबह गमगीन माहौल में पहले परिवार व रिश्तेदारों ने बेटी की डोली विदा की। इसके बाद दोपहर को सरबजीत का गांव के श्मशानघाट में अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस ने परिवार के बयान दर्ज कर धारा 174 के तहत की कार्रवाई। जीआरपी पुलिस ने सरबजीत सिंह के परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज करके धारा-174 के तहत शव का सिविल अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाया। सब-इंस्पेक्टर गुरविदर सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।