करनाल : किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि पंजाब में युवाओं का खून बहना अच्छा संकेत नहीं है। वहां सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद युवाओं और खासकर कलाकारों में भय है। सरकार को सब पता है लेकिन कुछ ठोस नहीं किया जा रहा है। यदि वहां गैंगवार बढ़ी तो बड़ा नुकसान होगा।
किसान आंदोलन में कलाकारों की अहम भूमिका रही
कुरुक्षेत्र जाते समय कुछ देर के लिए कर्ण लेक रुके भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन में कलाकारों की अहम भूमिका रही। अब सिद्धू मूसेवाला जैसे गायक की हत्या से दहशत बढ़ी है। वहां के युवा विदेश पलायन कर रहे हैं। ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी है कि वह ठोस कार्रवाई करे।
स्याही प्रकरण पर दिया ये जवाब
तेलंगाना में खुद उनके साथ पेश आए घटनाक्रम का सवाल है तो वह केवल स्याही फेंकने का मामला नहीं बल्कि, सीधे तौर पर हमला था। वह भाजपा के लोग थे और उनका लक्ष्य तय था। पकड़े जाने पर उनका आपराधिक इतिहास भी सामने आया था। हालांकि, यह नई बात नहीं है। उन्हें धमकियां तो हमेशा मिलती रहती हैं। शिकायत भी करते हैं लेकिन पुलिस कुछ नहीं करती। मैं अमर होने नहीं आया, जाना तो एक दिन सबको है लेकिन पुलिस को कम से कम कार्रवाई तो करनी चाहिए।