लुधियाना : केंद्र सरकार द्वारा सेना में भर्ती को लेकर शुरू की गई अग्निपथ योजना पर देशभर में शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों और 20 जून को सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही भारत बंद की कॉल को गंभीरता से लेते हुए डी.जी.पी. पंजाब ने सभी जिलों के पुलिस कमिश्नरों और एस.एस.पीज को पूरी तरह से चौकस रहने सहित सोशल मीडिया पर शरारती तत्वों द्वारा डाले जा रहे भड़काऊ मैसेजों पर नजर रखने के आदेश दिए हैं।
शनिवार को लुधियाना में रोष प्रदर्शन की आड़ में शरारती तत्वों द्वारा रेलवे स्टेशन सहित अन्य स्थानों पर तोडफोड़ करते हुए पुलिस के वाहन को भी क्षतिग्रस्त किया था। अब सोशल मीडिया पर 20 जून को भारत बंद की कॉल संबंधी खबर तेजी से फैलाई जा रही है जिसको लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह के भड़काऊ मैसेज पोस्ट किए जा रहे हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पंजाब में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए डी.जी.पी. द्वारा पुलिस प्रशासन को भेजे पत्र में स्पष्ट किया गया है कि कुछ देश विरोधी संस्थाएं बंद की कॉल संबंधी अफवाह का सोशल मीडिया के माध्यम से समर्थन करने सहित धरने-प्रदर्शन के लिए लोगों को गलत सूचना देने का काम कर रही हैं। ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए सोशल मीडिया ग्रुप पर नजर रखने के साथ-साथ रेलवे स्टेशन, सरकारी संस्थानों सहित भाजपा और अन्य हिन्दू संगठनों के कार्यालयों की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध करें।
स्थानीय पुलिस प्रशासन को सभी प्रदर्शनकारियों की वीडियोग्राफी करने और फोटो लेने के आदेश देते हुए उच्चाधिकारियों को खुद इन प्रदर्शनों पर नजर रखने की सलाह देते हुए किसी भी विपरीत स्थिति में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैयार रहने के आदेश दिए गए हैं।