नई दिल्ली। तिब्बती आध्यात्मिक गुरू दलाई लामा ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर दुख जताते हुए कहा कि अब युद्ध एक पुराना तरीका हो गया है और अहिंसा ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कहा, “20वीं सदी युद्ध और रक्तपात की सदी थी…21वीं सदी संवाद की सदी होनी चाहिए।” बकौल दलाई लामा, समस्याओं और असहमति को हल करने का सबसे सही तरीका बातचीत ही है।”