बिजनेस : आरबीआई (RBI) एक बार फिर ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। रुपए में गिरावट और वैश्विक स्तर पर आक्रामक ब्याज दर वृद्धि के बीच आरबीआई ने मौद्रिक नीति समिति की एक अतिरिक्त बैठक बुलाई है। आरबीआई एमपीसी की यह बैठक 3 नवंबर को होगी। इस बैठक में आरबीआई का दरें तय करने वाला पैनल भी होगा। इस बैठक में सरकार को दिए जाने वाले आरबीआई के जवाब पर चर्चा हो सकती है। आरबीआई सरकार को यह जवाब देगा कि वह महंगाई दर को 6 फीसदी तक सीमित रखने में क्यों विफल रहा। साथ ही माना जा रहा है कि आरबीआई रेपो रेट बढ़ाने का भी फैसला ले सकता है।
3 नवंबर को होगी बैठक
आरबीआई ने कहा, ‘भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम 1934 की धारा 45ZN के प्रावधानों के तहत एमपीसी की एक अतिरिक्त बैठक 3 नवंबर, 2022 को निर्धारित की जा रही है।’ आरबीआई के रेट सेटिंग पैनल की पिछली बैठक 28-30 सितंबर 2022 को हुई थी। इस कैंलेंडर ईयर में आखिरी बार यह बैठक 5-7 दिसंबर को होगी।
पिछली बार आधा फीसदी बढ़ाई थी ब्याज दर
आरबीआई ने 30 सितंबर 2022 को पॉलिसी रेपो रेट में 0.50 फीसदी का इजाफा किया था। इससे रेपो रेट बढ़कर 5.9 फीसदी हो गई। इससे लोगों के लिए लोन महंगे हो गए। आरबीाई बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के लिए लगातार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहा है। माना जा रहा है कि इस बार की बैठक में भी आरबीआई रेपो रेट में इजाफा कर सकता है।
रेपो रेट बढ़ी तो लोन होंगे महंगे
रेपो रेट में इजाफा होने पर हर तरह के लोन महंगे हो जाएंगे। रेपो रेट वह दर होती है जिस पर बैंक आरबीआई से कर्ज लेते हैं। जब बैंक महंगा कर्ज लेंगे, तो वे ग्राहकों को भी महंगा कर्ज देंगे। इससे होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन सहित सभी लोन्स पर ब्याज दरें बढ़ सकती है।