जालंधर : भारतीय हॉकी टीम के कुछ खिलाड़ियों ने आज पंजाब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उन पर सरकारी नौकरी न दिए जाने का आरोप लगाया। पिछले साल ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के खिलाड़ी शमशेर सिंह, हार्दिक सिंह, हरमनप्रीत सिंह, दिलप्रीत सिंह और वरुण कुमार ने आवाज उठाई और प्रेस क्लब में कहा कि देश के ओलिंपिक मेडल जीतने के बाद टीम का हिस्सा होने पर भी वह अपनी किस्मत नहीं बदल सके।
उन्होंने कहा कि ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद पिछली सरकार ने नौकरी देने की बात कही थी और सरकार ने ऑफर लेटर भी जारी किया था लेकिन नियुक्ति पत्र अभी तक जारी नहीं हुए हैं।
उक्त खिलाड़ियों ने ‘आप’ सरकार से नौकरी से संबंधित पत्र जारी करने की अपील की। उक्त खिलाड़ियों ने कहा कि पिछली सरकार से ऑफर लेटर मिलने के बाद उन्होंने अपना मेडिकल भी करवाया था लेकिन वे अभी भी नौकरी से वंचित हैं।
उन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने उन्हें पी.पी.एस. पद पर नौकरी देने का वादा किया था, जिसे सत्ता में आई पंजाब सरकार (आप) ने भी पूरा नहीं किया। खिलाड़ियों ने कहा कि वे इस मामले को लेकर पंजाब के नए मुख्यमंत्री और खेल मंत्री से मिल चुके हैं लेकिन अभी तक सरकार ने उनके लिए कुछ नहीं किया है।