होशियारपुर . पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि आई.एन.डी.आई.ए गठजोड़ ने इंडिया बनाम भारत को बेवजह मुद्दा बना कर देश के लोगों का ध्यान उनके गठजोड़ द्वारा सनातन धर्म को गाली देने के अपराध से ध्यान हटाने के लिए किया है। उन्होंने कहा कि वास्तव में इंडिया व भारत में कोई अंतर नहीं है यह दोनों एक ही देश के नाम है। भारत में अंग्रेजों के आने से पहले इसका नाम केवल भारत ही था , जिसका वर्णन पुराने शास्त्रों में लिखे गए प्रसंगों में भी है। अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाकर इसका नाम इंडिया रखा है,अब जब मोदी सरकार गुलामी के सभी चिन्हों को धीरे-धीरे हटा रही है तो गुलामी की मानसिकता वाले भारत के खिलाफ इंडिया का पक्ष ले रहे हैं। हमारे संविधान में भी “इंडिया यानी भारत” इंडिया को भारत कहा गया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के 9 साल के कार्यकाल में भारत के हुए चहुमुखी विकास के बाद विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए बौखलाहट में आई.एन.डी.आई.ए गठजोड़ के नेता ऐसे फजूल मुद्दे बना रहे हैं, परंतु वह भूल जाते हैं कि इससे उनकी गुलामी की मानसिकता ही प्रदर्शित होगी तथा भारत की जनता उन्हें नकार देगी है।