चंडीगढ़। पंजाब चुनाव नजदीक आते ही CM चरणजीत चन्नी की कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है। जनरल वर्ग के गरीब स्टूडेंट्स के लिए मुख्यमंत्री वजीफा स्कीम शुरू की गई है। जिसमें अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में पढ़ रहे विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा।
बुधवार को कैबिनेट की मीटिंग के बाद सीएम ऑफिस के प्रवक्ता ने बताया कि यह स्कीम सिर्फ सरकारी कॉलेजों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स पर लागू होगी। वजीफे की रकम एक समान होगी और यूनिवर्सिटी की तरफ से वसूली जाने वाली फीस के अनुपात में दी जाएगी।
ऐसे मिलेगा लाभ
अगर स्टूडेंट के 60 से 70% अंक होंगे तो उन्हें फीस में 70% छूट मिलेगी। 70 से 80% अंक वाले को 80% , 80 से 90% अंक पाने वाले को 90% और 90 से 100% अंक पाने वाले को 100% रियायत मिलेगी। वजीफा इस शर्त पर मिलेगा कि वह कई और से वजीफा नहीं ले रहे। स्टूडेंट्स के सभी विषयों में पास होना भी अनिवार्य है।
सी-फार्म से जुड़े 1.50 लाख केसों को मूल्यांकन से छूट
कैबिनेट की मीटिंग में कारोबारियों को राहत देते हुए साल 2014-15 से लेकर 2017-18 तक के सी-फार्म से जुड़े 1.50 लाख केसों को मूल्यांकन से छूट दे दी गई है। इस कैटेगिरी में अब सिर्फ साढ़े 8 हजार केसों का ही मूल्यांकन होगा। इससे पंजाब सरकार पर 200 करोड़ का वित्तीय बोझ पड़ेगा।
3 सब तहसीलों को हरी झंडी
कैबिनेट की मीटिंग में एसएएस नगर स्थित घड़ुआं, अमृतसर में राजासांसी और गुरदासपुर में दोरांगला को सब तहसील के तौर पर अपग्रेड करने की मंजूरी दे दी गई है।