होशियारपुर। न्यूज़ डेस्क। देश-दुनिया में कई तरह की हत्याओं के मामले सामने आते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी केस होते हैं जो सालों तक अनसुलझे बने रहते हैं। अमेरिका का एक ऐसा ही मामला है जिसे ब्लैक दाहिला मर्डर के नाम से जाना जाता है। अमेरिका के लॉस एंजिलिस में साल 1947 में हुए इस हत्याकांड ने पूरे अमेरिका में हड़कंप मचा दिया था। लॉस एंजिलिस का यह मर्डर केस आज तक अनसुलझा है।
अमेरिका के बोस्टन की रहने वाली एलिजाबेथ शार्ट को लोग ब्लैक दाहिला नाम से जाना जाता था। 9 जनवरी 1947, को एलिजाबेथ शार्ट अचानक लापता हो गई थी। घटना के बारे में जानकारी तब लगी जब 15 जनवरी 1947 को एक महिला अपने बच्चे के साथ टहलने निकली थी। उसी महिला ने सबसे पहली बार कमर से कटी हुई आधी लाश देखी थी। बेरहमी किये गए इस कत्ल में हत्यारे ने शव का मुंह, कान तक चीर दिया था।
फुटपाथ से कुछ दूरी पर पड़े शव को देख महिला को पहले लगा कि शायद कोई पुतला है पर पास जाकर देखने पर पता चला कि शव पर कई गहरे घाव के निशान थे। इस हत्या में अजीब बात यह भी थी कि घटनास्थल के आसपास कहीं खून के धब्बे नहीं थे। ऐसे में एक बात तो स्पष्ट थी इतनी निर्मम हत्या को घटनास्थल से दूर कहीं अंजाम दिया गया था।
वैसे आमतौर पर देखा गया है कि लोग मर्डर केस में जुड़ने या गवाही देने से बचते हैं लेकिन ब्लैक दाहिला मर्डर में मामला इससे उलट था। ब्लैक दाहिला केस इतना पेचीदा था कि FBI ने लॉस एंजिलिस पुलिस के साथ मिलकर कई संभावित जगहों पर कातिल को पकड़ने के लिए कैम्प भी आयोजित किये थे।
इस केस की शुरुआती जांच में 60 लोगों ने जुर्म कबूल लिया लेकिन जांच एजेंसी ने पाया कि इन सभी का केस से कोई ताल्लुक नहीं था, ऐसे में इन्हें दिया छोड़ गया। कई सालों तक अनसुलझे रहे हत्या केस में चली पूछताछ में 500 से अधिक लोगों से बात की गई, लेकिन कई तो ऐसे लोग थे जिनका उस समय जन्म भी नहीं हुआ था। कुछ समय बाद ऐसे लोगों पर पुलिस और जांच एजेंसी को गुमराह करने का केस भी चलाया गया।
इतने सालों के बाद भी आजतक यह हत्याकांड अनसुलझा है। अमेरिका में हुए इस मर्डर केस को सबसे क्रूर और अनसुलझे अपराधों में से एक था, क्योंकि कातिल का अब तक पता नहीं चल सका है।