होशियारपुर . भाजपा नेताओं पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष अर्चना जैन, यशपाल शर्मा ,हरिकृष्ण धामी द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि राहुल गांधी की यात्रा भारत जोड़ने की नहीं, परंतु कांग्रेस जोड़ने की हैं क्योंकि पूरे देश में कांग्रेस टूट रही हैं तथा भारत कांग्रेस मुक्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत का लोकतांत्रिक ढांचा विशेष तौर पर मोदी सरकार के कार्यकाल में इतना मजबूत हो चुका है कि किसी को समाज को बांटने जा भय दिखाने की इजाजत नहीं है। राहुल गांधी बेवजह संघ व भाजपा का हवाला देकर लोगों को डरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि राहुल गांधी एक बार भी संघ शाखा में चले गए होते तो उन्हें पता चल जाता कि भारत को तोड़ने और बांटने का काम संघ-भाजपा कर रहे हैं या पिछले 75 सालों में कांग्रेस ने किया है। अंग्रेजों की नीति पर चलते हुए कांग्रेस ने विभाजन के बाद देश को वोट बैंक की खातिर धर्मों,जातियों, भाषाओं व क्षेत्रों में बांटा तथा गांधी परिवार ने कम से कम 50 साल सत्ता में रहकर देश को बर्बाद किया। पिछले 9 वर्ष से सत्ता से बाहर होने के कारण जब कोई और मुद्दा कांग्रेस को नहीं मिला तो संघ-भाजपा का भय दिखा कर कांग्रेस नए रूप में देश के लोगों को इस यात्रा के माध्यम से गुमराह करके सत्ता हासिल करना चाहती है। पूरी यात्रा में राहुल का संघ-भाजपा फोबिया देखने को मिल रहा है। राहुल गांधी जिस प्रकार नोटबंदी के खिलाफ बार-बार आवाज उठा रहे हैं,जबकि सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे वैध घोषित कर दिया है। इससे लगता है कि राहुल गांधी को निजी तौर पर या उनकी पार्टी कांग्रेस को नोट बंदी के कारण उनका जमा किया गया बर्बाद हुआ काला धन याद आ रहा हैं । एकेली टी-शर्ट पहन कर अपने को तपस्वी दिखाने की कोशिशए भी राहुल गांधी का राजनीतिक भविष्य नहीं सवार पाएंगी। आज राहुल गांधी जो विकास और बेरोजगारी के मुद्दे उठा रहे हैं, देश की जनता ने उनके परिवार व पार्टी को 50 साल से अधिक का समय सत्ता में रहने का दिया,वह इन मुद्दों का हल नहीं निकाल सके, जबकि मोदी सरकार में गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी तथा दुनिया में देश की प्रतिष्ठा बढ़ाने आदि सभी मुद्दों पर बड़ा काम हुआ है।