होशियारपुर, जनगाथा टाइम्स: (रविंदर)
सोनालीका उद्योग समूह द्वारा होशियारपुर शहर को हरा भरा करने की दिशा में चलाए जा रहे क्लीन एंड ग्रीन पौधरोपण अभियान के अंतर्गत होशियारपुर एन्क्लेव में वन विभाग की सहायता से 250 के करीब फूल-फलदार पौधों का रोपण किया गया। जल्द ही वि विनायकम पार्क हर्बल एवं सुगंधित फूलों से महकेगा। पिछले कई दिनों से सोनालीका समूह द्वारा संकट के इस दौर में अपना सामाजिक दायित्व बखूबी निभाते हुए शहर में पार्कों में औषधीय पौधों के साथ साथ संजीवनी फ्रैगरेंस प्लांट्स से वहां की महक बिखेरी जा रही हैं। शहर के लोगों की इन पौधों के रोपण से इम्युनिटी एवं ऑक्सीजन स्तर बढ़ेगा और लोग स्वस्थ जीवन जी सकेंगे। पौधरोपण के लिए सोनालीका (सीएसआर) की गार्डनर्स की टीम ने मंदिर में सफाई अभियान के साथ साथ पौधे भी लगाए।
के सोनालीका के सीएसआर अफसर एवं क्लीन एंड ग्रीन प्रोजेक्ट के इंचार्ज एस के पौंबरा, सीएसआर प्रोजेक्ट्स कोऑर्डिनेटर एवं संजीवनी शरणम् के इंचार्ज नीरज मनोचा, होशियारपुर एन्क्लेव के पदाधिकारी अशोक कुमार लाटी, राघव शर्मा, टीएस शर्मा, संजीव गुप्ता, रजनीश कुमार गुलियानी, सुरेश बांसल, वीरेंदर चौधरी बलजीत सिंह, गोपाल कृष्ण टंडन, तरसेम टंडन इस ख़ास मौके पर मौजूद थे। कॉलोनी के इन पदाधिकारियों ने सोनालीका के इस अभियान को बेशकीमती तोहफा बताते हुए सोनालीका उद्योग समूह के वाइस चेयरमैन तथा पंजाब प्लानिंग बोर्ड के वाइस चेयरमैन (कैबिनेट मंत्री रैंक) अमृत सागर मित्तल, मैनेजिंग डायरेक्टर दीपक मित्तल का धन्यवाद किया।
इस मौके पर संबोधित करते हुए पोमरा एवं मनोचा ने कहा कि जिस तरह से होशियारपुर एक बहुत ही सफलतापूर्वक पौधरोपण किया गया हैं। उसी तरह से लोगों की पुरजोर मांग पर अलग अलग इलाकों से पौधरोपण किया जा रहा। उन्होंने उन्होंने कहा कि लोग अब पौधरोपण को लेकर बहुत ही जागरूक हो रहे हैं जो कि बहुत ही खुशी और सुकून की बात हैं। उन्होंने कहा किअमृत सागर मित्तल एवं उनकी धर्म पत्नी संगीता मित्तल का अन्य अनेक प्रयासों के साथ यह एक और प्रयास हैं कि शहर के लोग खुशहाल और स्वस्थ जीवन जिएं और यह शहर हरा भरा एवं ताज़ी शुद्ध हवा देने में नंबर वन बने। शहर में क्लीन एंड ग्रीन एवं आई लव एसएसपी कार्यक्रम की कड़ी में यह शहरवासियों के लिए सोनालीका का एक और ड्रीम प्रोजेक्ट हैं। जिसको सबने मिल कर सफल बनाना हैं। सोनालीका प्रबंधन इस मुश्किल घड़ी में शहर के साथ खड़ा हैं।
उन्होंने कहा कि औषधीय पौधों को देखभाल की काफी जरूरत होती हैं और उनके भीतर समाए गुणों का बहुत लाभ उठाया जा सकता हैं। उन्होंने अपील की कि इन सभी पौधों की भी बच्चों की तरह देखभाल करते हुए उन्हें पूर्ण विकसित होने पर इसका फायदा उठाएं।