होशियारपुर, जनगाथा टाइम्स: (सिमरन)
डिफेंस कमेटी के पूर्व चेयरमैन तथा प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी के सदस्य कमल चौधरी ने कहा हैं कि जिस प्रकार से करोना वायरस का प्रभाव स्कूली बच्चों व अध्यापकों पर पड़ रहा हैं इसके दृष्टिगत सरकार को स्कूलों के अध्यापकों को फ्रंटलाइन वर्कर मानकर उनको कोरोना वैक्सीन की डोज पहल के आधार पर उपलब्ध करवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 10वीं व 12वीं के पेपर एक महीना लेट करके बच्चों को इस वायरस के प्रभाव से सुरक्षित रखने का प्रयास किया हैं। लेकिन अच्छा होता अगर सरकार नान बोर्ड कक्षाओं के बच्चों के बारे में भी इसी प्रकार का कोई निर्णय लेती। क्योंकि करोना बोर्ड अथवा नान बोर्ड कक्षा के बच्चों के साथ कोई भेदभाव नहीं करता।उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में अध्यापकों को नियमित रूप से बुलाया जा रहा हैं। इसके दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग की टीमों को स्कूलों में भेज कर अध्यापक वर्ग को वहीं पर कोरोना वैक्सीन की डोज देने का प्रबंध करना चाहिए। इससे अध्यापक वर्ग में विश्वास बढ़ेगा और जिन लोगों ने अभी तक यह वैक्सीन नहीं ली वह भी वैक्सीन लेने के लिए आगे आएंगे।