होशियारपुर, जनगाथा टाइम्स: (सिमरन)
पंजाब में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि का मुख्य कारण टीकाकरण की सुस्त रफ्तार एंव जन साधारण द्वारा उचित कोविड व्यवहार का न पालन करना हैं। आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में सामाजिक जागरुकता हेतु कार्यरत संस्था “सवेरा” के कनवीनर डा. अजय बग्गा ने कहा कि टीकाकरण की रफ्तार में तेजी लाने के लिए 45 वर्ष की समय सीमा हटाकर प्रत्येक आयु वर्ग के व्यक्तियों को कोरोना विरुद्ध टीका लगाना प्रारंभ कर देना चाहिए।
डा. बग्गा ने कहा कि एक तरफ सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों में कहा जा रहा हैं कि उचित कोविड व्यवहार के अंतर्गत प्रत्येक व्यक्ति को दूसरे से 2 गज़ की दूरी अवश्य बनाकर रखनी चाहिए। मगर, राजनीतिक व कई अन्य समागमों में हजारों की संख्या में लोगों के शामिल होने से उचित कोविड व्यवहार की धज्जियां उड़ाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि विगत 14 दिनों में देश भर में कोविड-19 से जीवन गंवा चुके व्यक्तियों में से 16.3 प्रतिशत पंजाब से हैं। मृतक दर में बढ़ोतरी का कारण यह हैं कि अधिकतर लोग हिदायतों का सही पालन नहीं करते तथा इसका टैस्ट करवाने से गुरेज करते हैं।डा. बग्गा ने कहा कि कोविड-19 के लक्ष्ण आने पर तुरंत कोरोना संबंधी टैस्ट करवाना चाहिए। टैस्ट पॉजीटिव आने पर डाक्टरी परामर्श के अनुसार उपचार करवाना चाहिए। इसके रोगियों का देरी से अस्पताल पहुंचने पर जीवन खतरे में पड़ जाता हैं। प्रधानमंत्री द्वारा 14 अप्रैल तक 100 प्रतिशत मास्क का इस्तेमाल सुनिश्चित करने के लिए जो विशेष अभियान चलाया गया हैं, उसमें सभी को सक्रिय भूमिका अदा करनी चाहिए। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री की 5 सूत्रीय रणनीति यानि टैस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमैंट, उचित कोविड व्यवहार एवं टीकाकरण आदि का पालन करना कोविड-19 महामारी पर अंकुश हेतु जरुरी हैं।