होशियारपुर (रुपिंदर): श्री भगवान परशुराम सेना की और से श्री राम कथा का आयोजन केशो मंदिर होशियरपुर जिलाअध्यक्ष आशुतोष शर्मा की अध्यक्षता में किया गया है।
कथा के पहले दिन का आगाज ज्योति प्रज्जवलित करके किया गया। ज्योति प्रज्जवलित करने की रस्म स्वामी सज्ज्नानंद जी, प्रधान श्री आशुतोष शर्मा, एसएचओ सिटी सुखविंदर सिंह, एडवोकेट सुनील पराशर अध्यक्ष ब्राह्मण सभा प्रगति, प्रिंस शर्मा शाम चौरासी, ब्राह्मण कल्याण परिषद के अध्यक्ष के.सी शर्मा, सुरिंदर मोहन गुप्ता, अनूप कुमार शर्मा, रमन ढिल्लों, हरीश कुमार, जगदीश मिन्हास, रोहित, रावल अजय, जे.के. चड्डा, प्रवीन गुप्ता, अजय शर्मा, सुनील कुमार, प्रिंस विग, अश्विनी शर्मा, अश्वनी छोटा, राजा, रितनेष कुमार शामिल हुए।
आरती में विशेष रूप में साध्वी रुकमणि भारती जी, साध्वी शिप्रा भारती जी, साध्वी धर्मा भारती जी, संजीव शर्मा, अनुराग कालिया, रत्नेश कुमार, पंकज बेदी और श्री भगवन परशुराम सेना के सभी सदस्य भी मौजूद थे।
कथा के प्रथम दिवस में सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री गरिमा भारती जी ने कहा कि श्री राम जी का चरित्र विश्व संस्कृति में एक उज्जवल एवं सर्वत्र परिव्यात वर्णातीत सत तत्व है। भारतीय संस्कृत एवं सभ्यता में श्री राम कथा का वरिष्ट स्थान है। राम जी के बिना भारतीयता का अस्तित्व एवं उसकी पहचान भी संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन का आधार प्रभु श्री राम है लेकिन उन्हें हम अपनी बुद्धि के द्वारा कभी समझ ही नहीं सकते। उन्होंने माता सती के प्रसंग के माध्यम से समझाया कि सती बुद्धि से इन्द्रियों से राम जी कि लीला और उनके रहस्य को समझना चाहती थी पर नाकामयाब हुई ठीक इसी प्रकार मन बुद्धि से हम अध्यात्म को समझ नहीं सकते। क्योंकि अध्यात्म का अर्थ होता है आत्मा का अध्यन आत्मभूति जो केवल एक गुरु की कृपा से ही हम कर सकते है मात्र एक पूर्ण गुरु ही हमें संशयों के भवधार से निकाल कर अध्यात्म की डगर पर ले चलते हैं। कथा का समापन प्रभु की पावन आरती से हुआ। इस दौरान साध्वियों द्वारा भजनों से पूरा माहौल भक्तिमय बना श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान भगवान श्री परशुराम सेना की और से श्रद्धालुओं के लिए लंगर भी लगाया गया।