ऊना : ऊना जिले में लंपी स्किन डिजीज का प्रकोप बढ़ गया है। वीरवार को 67 पशुओं की मौत हुई जबकि 267 नए मामले आए। वहीं, गांवों में दवाई की किल्लत के चलते पशु प्रेमी और पशुपालक परेशान हैं। उनका कहना है कि सरकारी अस्पतालों और दुकानों में भी दवाई नहीं मिल रही है। जो मिल रही है वह काफी महंगी है। हालांकि पशुपालन विभाग के उपनिदेशक से लेकर डाॅक्टर्स, फार्मासिस्ट व पूरा स्टाफ इस बीमारी से ग्रस्त पशुओं के इलाज के लिए लगातार फील्ड में डटा है। पशुपालन विभाग के अधिकारी लगातार कैंप लगाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। अब तक 7575 पशु बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 2416 रिकवर हुए हैं जबकि 4770 का इलाज जारी है। 389 पशुधन की बीमारी से अब तक मौत हो चुकी है। चौकाने वाली बात है कि पहले मौत का आंकड़ा हर रोज 20 से 30 था लेकिन अब यह आंकड़ा 67 पर पहुंच गया है। जिले में बढ़ रही बीमारी के चलते अब सामाजिक संस्थाएं भी प्रशासन के सहयोग के लिए आगे आई हैं।