चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा के पहले दिन की कार्यवाही हंगामापूर्ण रही। कांग्रेस ने सदन में पंजाब सरकार का कड़ा विरोध किया है। इस बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान कांग्रेस विधायकों से आमने-सामने हो गए।
कांग्रेस के विरोध से भड़के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि कांग्रेस हमें कानून समझाने की बजाए खुद समझे कि सदन में स्पीकर की इजाजत से कोई भी प्रस्ताव और कोई भी बिल लाया जा सकता है, कांग्रेस के पास बोलने के लिए कुछ नहीं। कांग्रेस पहले अपना घर तो संभाल लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस अधिकारों की बात कर रही है, जबकि महाराष्ट्र, राजस्थान और गोवा में तो कांग्रेस से अपने हक लिए नहीं गए, फिर यहां से कौन सा हक मांग रहे है।
कांग्रेस ना कोई प्रस्ताव पास होने देती है और ना ही कोई डिबेट करने देती है जबकि कांग्रेस के विधायक बाहर जाकर मीडिया के सामने कहेंगे कि सैशन लंबा किया जाएं, हम सैशन लंबा करना चाहते हैं पर हमारे साथ आंखों में आंखें डालकर बात तो करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी का ऑपरेशन लोटस फेल हुआ तो कांग्रेस को क्या नुकसान होगा। ऐसा लगता है कि प्रताप सिंह बाजवा ऑपरेशन लोटस की विफलता से पीड़ित हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा की बी टीम के रूप में काम कर रही है, जिसका पहले ही जुलूस निकल चुका है।