अमनदीप बेदी, होशियारपुर।
सरकारी अस्पताल होशियारपुर जिला सवास्थ मुखयालय होने के साथ साथ जिला स्वास्थ अधिकारी व सिविल सर्जन कार्यलय भी यहीं पर है जिसके चलते जिले भर से मरीज यहा इलाज के लिए
आते हैं। वहीं जिले भर से काम के सिलसिले में लोग भी यहां आते है। ऐसे में सिविल अस्पताल परिसर में उगी भांग बूटी व गंदगी उनका स्वागत करती नजर आती है। देखने वाली बात यह है कि स्वास्थ विभाग द्वारा मलेरिया व डेंगू मच्छर की रोकथाम के लिए जागरुकता कैम्प भी लगाए जाते हैं। मगर जमीनी हकीकत और ही है। अस्पताल परीसर में उगी झाडिय़ां देखकर आभास होता है कि जैसे मच्छर पैदा करने की नर्सरी हो।
अस्पताल परिसर पमें हर जगह झाडिय़ां व जंगली घास ने अपना साम्राजय कायम किया हुआ है।
ऐसे में यहां उगी भांग बूटी में मच्छर के पनपने में संजीवनी का काम करेगी। अगर साफ सफाई नहीं करवाई जाती तो समस्या गंभीर हो सकती है।
अस्पताल परिसर में आर्थो वार्ड के पास, जरनल वार्ड , गायनी वार्ड के पीछे, पास सभी जगह भांग बूटी उगी नज़र आ रही है
वार्डों के इर्द गिर्द उगी घास व जंगली बूटी की वजह से मच्छरों की भरमार है। सिविल अस्पताल के वार्डों में दाखिल मरीजों व उनके परिजनों का कहना है कि
वह ताजा हवा के लिए खिड़की खोलते हैं तो मच्छर क·मरे में आ जाते हैं। ऐसे में उनहें डर सताता है कि किसी अन्य बिमारी की चपेट में न आ जाएं।
उनका कहना है कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा साफ सफाई की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
देखने वाली बात है कि जिला हेड·वाटर होने के कारण अस्पताल परिसर में सिविल सर्जन कार्यलय भी सिथत है। जहां पर सिविल सर्जन, सहायक सिविल सर्जन, जिला स्वास्थ अधिकारी व डिप्टी मेडिकल कमिशनर भी बैठते हैं। मगर किसी अधिकारी का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा। हालांकि छ अधिकारी भी मानते हैं भांग बूटी ऐलर्जी का कारण भी बनती है।
जल्द करवाई जाएगी सफाई- सीएस
इस बारे में सिविल सजर्न डा जसवीर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला उनके ध्यान में है। एसएमओ को बोलकर जल्द ही परिसर में उगी भांग बूटी की सफाई करवा दी जाएगी।