श्री आत्मानंद जैन सभा ने धूमधाम से मनाया संवत्सरी पर्व

    0
    124

    होशियारपुर, (सिमरन) :

    श्री आत्मानंद जैन सभा की तरफ से श्री वासुपूज्य जैन स्वर्ण मंदिर से बैंड बाजों के साथ चैत्य परवाटी निकाली गई जिसमें जैन समाज के श्रावक-श्राविकाओ द्वारा पोषध ली गई। इसमें साध्वी सुमनिशा जी महाराज भी शामिल हुए। इस मौके पर सभा के प्रधान राकेश जैन ने कहा कि हमारी पृथ्वी पर बहुत सी अमूल्य चीजें विराजमान हैं। उन सभी चीजों में से मानव भी अपनी महत्वता को भली-भांति समझता हैं। पृथ्वी पर मौजूद मानव एक ऐसा प्राणी हैं, जो किसी अन्य व्यक्ति के भावना, दुख-दर्द, खुशी-गम और अनेकों प्रकार की चीजों को महसूस या अनुभव करने की शक्ति रखता हैं। यही कारण हैं, कि यदि कोई व्यक्ति हमें कुछ बुरा भला कहता हैं, तो हमें बहुत ही दुख होता हैं और फिर हम उस व्यक्ति से ईर्ष्या करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि कई बार बड़े-बड़े मानवीय रिश्ते में ना जुड़ने वाली दरारें पड़ जाती हैं, ऐसा इसलिए होता हैं, कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को किसी कार्य या किसी अन्य चीजों के माध्यम से उसे दुख पहुंचाया होता हैं। जिन दो व्यक्तियों के रिश्तो में किन्ही कारणों की वजह से दरारे आती हैं, यदि वे दो व्यक्ति एक दूसरे से क्षमा मांग ले या फिर एक दूसरे के प्रति संवेदनशील हो जाए तो, ऐसे रिश्ते टूटने से बच सकते हैं। जैन धर्म के लिए पर्यूषण पर्व सबसे अधिक महत्वपूर्ण पर्व हैं।इस पर्व को मनाते समय लोग पूजा, अर्चना, समागम, तपस्या, आरती, त्याग, उपवास आदि जैसे धार्मिक कार्यक्रमों को करते हैं। इस पर्व के अंतिम दिन को जैन धर्मी लोग क्षमा याचना दिवस के रूप में मनाते हैं, जिसमें यह लोग सभी से मिलकर मिछामी दुक्कड़म कहते हैं। पर्यूषण पर्व के अंतिम दिवस में सभी जैन धर्मी लोग आपस में एक दूसरे से मिछामी दुक्कड़म अर्थात एक दूसरे से क्षमा याचना करते हैं। सभी जैन धर्मों की मान्यता हैं, कि इस दिवस के दिन वह सभी लोग एक दूसरे से “मिच्छामी दुक्कड़म” इसलिए कहते हैं कि अनजाने में कभी भी किसी व्यक्ति के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति को अहर्ता पहुंचती हैं। ऐसे में यदि इस खास दिवस के अवसर पर एक दूसरे से क्षमा याचना यदि हम मांग ले, तो हमारे द्वारा किए गए जाने अनजाने में अपराधों से मुक्ति मिल जाती हैं।

    इस अवसर पर श्रीकांत जैन, जैन शिक्षा निधी के प्रधान जीवन जैन, मनिक जैन, साहिल जैन, गौरव जैन, राजेश जैन, संदीप जैन आदि समाज के लोग उपस्थित हुए।

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here