चंडीगढ़, जनगाथा टाइम्स: (रुपिंदर)
पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग के दो अध्यापकों का चयन ऑनलाइन मलेशियन टेक्निकल कोऑपरेशन प्रोग्राम फॉर ‘डिजिटल टूल्स टू डिवेल्प बेसिक इंग्लिश लैंगुएज प्रॉफ़ीशिएंसी’ के लिए हुआ हैं। यह प्रोग्राम मलेशिया सरकार द्वारा आयोजित किया जा रहा हैं। शिक्षा मंत्री श्री विजय इंदर सिंगला ने संबंधित अध्यापकों को बधाई देते हुए कहा कि एक अंतरराष्ट्रीय मंच के लिए सरकारी स्कूलों से संबंधित अध्यापकों का चयन शिक्षा विभाग के लिए बहुत गर्व की बात हैं। यह पंजाब की एक विलक्षण उपलब्धि हैं क्योंकि इस अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रोग्राम के लिए पूरे भारत में चुने गए दोनों अध्यापक पंजाब के सरकारी स्कूलों से ही हैं।
गौरतलब है कि मलेशिया सरकार द्वारा विभिन्न देशों से इस प्रशिक्षण प्रोग्राम के लिए योग्य उम्मीदवारों से तकरीबन डेढ़ माह पहले आवेदनपत्र की माँग की गई थी। इस संबंधी भारत सरकार के वित्त मंत्रालय द्वारा आर्थिक मामले विभाग अधीन एक पत्र जारी करके भारत के अलग-अलग राज्यों को इस संबंधी अपने योग्य उम्मीदवारों का नामांकन दर्ज करवाने के लिए कहा गया था। मलेशिया सरकार द्वारा इस अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रोग्राम के लिए विभिन्न देशों से 15 योग्य उम्मीदवारों का चयन किया गया हैं।स्कूल शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता के अनुसार यह प्रशिक्षण दो चरणों क्रमवार 21 जून से 28 जून और 28 जून से 2 जुलाई तक दिया जा रहा हैं। पंजाब द्वारा छह योग्य अध्यापकों के नाम भेजे गए थे जिनमें से पंजाब के दो अध्यापकों का चयन किया गया हैं। इसके अलावा नामांकन के बाद संबंधित अध्यापकों की ऑनलाइन पूर्व-परीक्षा भी ली गई थी। इन अध्यापकों में अंग्रेज़ी, लैक्चरर सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल कादियांवाली (जालंधर) रोहित कुमार सैनी और अंग्रेज़ी लैक्चरर, शहीद-ए-आज़म सुखदेव थापर सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल भारत नगर (लुधियाना) शक्ति कुमार शामिल हैं। ये अध्यापक निर्धारित समय सारणी के अनुसार मलेशिया सरकार द्वारा आयोजित वर्चुअल प्रशिक्षण प्रोग्राम में हिस्सा लेंगे। चुने गए कुल 15 उम्मीदवारों में से भारत के 2, सुडान के 10, थाईलैंड, फिलीपीन्स और युक्रेन से क्रमवार एक-एक उम्मीदवार शामिल हैं।
इस संबंधी कृष्ण कुमार सचिव स्कूल शिक्षा ने भी संबंधित अध्यापकों को मुबारकबाद देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण वर्कशॉप अध्यापकों को अपने संबंधित विषय को पढ़ाने में महारता प्रदान करने के अलावा समय का साथी भी बनाते हैं। उन्होंने कहा कि उनको अपने अध्यापकों की योग्यता और सामर्थ्य पर पूर्ण विश्वास हैं। उन्होंने समूह अध्यापकों को भविष्य में भी ऐसी उपलब्धियां हासिल करने के लिए प्रेरित किया।