होशियारपुर (जनगाथा टाइम्स ) : बलात्कारियों को जल्द से जल्द फांसी दी जानी चाहिए ताकि आने वाले समय में ऐसी घटनाएं रूक सके। उक्त बात प्रसिद्ध समाज सेवक अश्विनी छोटा ने कही। उन्होंने कहा कि 2012 में निर्भया मामले के दोषियों को फांसी की सजा दी जा चुकी है। हैरानी की बात है कि अभी तक उनको फांसी क्यों नहीं दी गई। बाकी अगर कोई कारण है तो उन कारणों को जल्द से जल्द दूर करके उनको फांसी दी जानी चाहिए। जब सुप्र्रीम कोर्ट द्वारा फांसी की सज़ा सुना दी जाती है तो उसके बाद भी सालों साल दोषी को फांसी नही दी जाती, अपील पर अपील के चक्कर में सालों साल बीत जाते हैं। जिससे दोषियों के हौंसले बुलन्द हो जाते हैं। सरकार को ऐसा कानून बनाना चाहिए कि अगर सुर्पीम कोर्ट किसी को फांसी की सज़ा सुनाती है तो कोई अपील नही होनी चाहिए। जब अरब देशों की सरकारें ऐसे कांड करने वालों को तुरन्त फांसी दे सकती है तो केन्द्र सरकार ऐसा क्यों नही कर रही। एक समाचार पत्र में गत दिन यह जानकारी आई थी कि तिहाड़ जेल में जलादों की कमी है अगर इस तरह की कोई कमी है तो उसको पूरा करने के लिए हम तैयार है। इसके साथ साथ जलादों को अपनी तरफ से 11 हजार व 111 रुपए पैसे के रूप में देंगे। अगर कोई नहीं आगे आता तो हम इसके लिए तैयार है। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। बेटीयां व अगर महिलाएं सुरक्षित नहीं रहेगी तो हम कैसे अच्छे समाज के निर्माण की उम्मीद रख सकते है। उन्होंने वकीलों से भी निवेदन दिया कि अगर कोई बल्ताकारी उनके पास अपना केस लेकर आता है तो उनको उनका केस नहीं लडऩा चाहिए।