होशियारपुर (जनगाथा टाइम्स ) परमात्मा को जब हम हर कार्य में शामिल कर लेंगे तो हमारा जीवन ही एक भक्ति वाला जीवन बन जायेगा। उक्त विचार निरंकारी सतगुरू माता सुदीक्षा जी महाराज ने आगरा में आयोजित संत समागम दौरान प्रकट किये। उन्होंने फरमाया कि आज का मनुष्य भौतिकता की दौड़ में इतना व्यस्त हो चुका है कि वह मानवीय कदरों कीमतों को भुलता जा रहा है, जिस कारण मनुष्य के जीवन में दु:ख तकलीफ बढ़ गए हैं। उन्होंने फरमाया कि सांसारिक जिंमेवारियों को भी निभाना है परंतु यदि हम परमात्मा को हर कार्य में शामिल कर लेंगे तो हमारी सोच में सकारात्मकता आ जायेगी और फिर मन में किसी के प्रति कोई बुरी सोच नहीं आयेगी। उन्होंने आगे समझाया कि मनुष्य को प्रभु परमात्मा का एहसास हर समय बनाकर रखना चाहिए। उन्होंने फरमाया कि प्यार, विनम्रता और विशालता आदि गुणों के कारण ही इंसानी जीवन मनुष्य वाला है नहीं तो मनुष्यों वाली कोई बात नहीं कही जा सकती। यह सब कुछ मनुष्य के जीवन में लाने के लिए ब्रह्मज्ञान हासिल करना ज़रूरी है। उसके बाद ही मनुष्य को इस बात की समझ आती है कि यह इंसानी जीवन असलीयत में मिला किस लिए है। उन्होंने फरमाया कि सत्संग में आ कर केवल वचनों को श्रवण के साथ ही कोई फ़ायदा होने वाला नहीं है बल्कि उन वचनों को जीवन में ढालना भी बहुत ज़रूरी है। इस समागम मौके हजारों की संख्या में संगतें उपस्थित थी।
फोटो प्रवचन करते हुए निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज और उपस्थित संगतें।