पंजाब में डिसइनवेस्टमेंट का शुरू हुआ युग पंजाब के लिए घातक: तीक्ष्ण सूद

    0
    139

    होशियारपुर, जनगाथा टाइम्स: (सिमरन)

    भाजपा नेताओं पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा,पूर्व मेयर शिव सूद, जिला महामंत्री विनोद परमार, मीनू सेठी,सुरेश भाटिया, अश्वनी गैंद ने प्रेस नोट जारी करके कहा हैं कि गत दिवस एक पत्रकार वार्ता करके संगरूर की ए.पी रिफाइनरी ने सरकार के चहेते उद्योग इकाइयों को अवैध लाभ पहुंचाने के लिए जो उनके साथ धक्केशाही तथा पुलिस जादतिओं की बात कही हैं उससे आम पंजाबियों के सिर शर्म से झुक गए हैं। पंजाब में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए इन्वेस्ट पंजाब स्कीम बनाकर मुख्यमंत्री, उद्योग मंत्री व पूरी सरकार ने खूब ढिंढोरा पीटा, परंतु वहां के बिगड़ते हुए हालात, सरकार की उदासीनता, भ्रष्टाचार व गलत नीतियों के कारण कोई भी इन्वेस्टर पंजाब में नए उद्योग लगाने नहीं पहुंचा। उद्योग विभाग की जिन एजेंसियों पी.एस.आई.डी.सी, इन्फोटेक आदि द्वारा फोकल प्वाइंट बनाकर जहां अन्य तरीकों से उद्योग को सस्ती जमीने उपलब्ध करवाने का काम सौंपा गया था। उद्योग विभाग में व्याप्त चलते घोटाले के कारण फोकल प्वाइंट तो नहीं बने परंतु जो विभाग के पास जब्त होकर प्लाट वापस आए उन्हें भी अफसरों तथा राजनीतिज्ञों की मिलीभगत तथा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते हुए रिहायशी कॉलोनियां में तब्दील किया जा रहा हैं। जिसके जीते जागते उदाहरण जे.सी.टी इलेक्ट्रोनिक तथा आनंद लैंप की जमीनों को कोड़ियों के भाव बेच कर बने जा रही रिहायशी कॉलोनियां हैं।

    सूद ने कहा कि पंजाब के उद्योगपति कोरोना के कारण तथा उससे निपटने के लिए बनाई गई गलत नीतियों के चलते उद्योग बंद करने पर मजबूर हो चुके हैं। ऐसे हालातों में पंजाब अब इन्वेस्ट पंजाब की जगह डिसइनवेस्ट पंजाब राज्य बन गया हैं। जिससे पंजाब को भारी दूरगामी नुकसान झेलना पड़ेगा।

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here