गांवों व स्कूलों में नशे के खिलाफ फैलाई जाएगी जागरु कता: डिप्टी कमिश्नर

    0
    209
    होशियारपुर (रुपिंदर ) डिप्टी कमिश्नर श्रीमती ईशा कालिया ने बताया कि नशे के खिलाफ जिला प्रशासन की ओर से नशा मुक्त होशियारपुर पखवाड़े की शुरु आत 17 जनवरी से की जा रही है, जिस संबंधी अधिक से अधिक जागरु कता फैलाने के लिए गांवों व स्कूलों में गतिविधियां की जा रही है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से प्रदेश को नशा मुक्त व स्वस्थ बनाने के लिए मिशन तंदुरु स्त पंजाब, डैपो व बडी अभियान शुरु  किया गया है, जिसके अंतर्गत अलग-अलग विभागों की ओर से गांव व स्कूलों में विशेष गतिविधियां की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि सरकार के इन बेहतरीन प्रयासों के अंतर्गत नशा मुक्त होशियारपुर पखवाड़ा मनाया जा रहा है।
    डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि नशा मुक्त होशियारपुर के अंतर्गत सब-डिविजन स्तर पर एस.डी.एम्ज की ओर से विशेष प्रोग्राम किए जाएंगे, जबकि जिला स्तर पर उनकी देखरेख में गतिविधियां की जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत बडी ग्रुपों व नशा नियंत्रण अधिकारियों की ओर से विशेष भूमिका निभाई जा रही है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार के बडी प्रोग्राम के अंतर्गत जिले में 955 स्कूल कवर कर लिए गए हैं, जिनमें से सभी 491 सरकारी मिडिल व सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल शामिल हैं। इसके अलावा 464 प्राइवेट स्कूलों में भी इस अभियान के अंतर्गत विशेष कार्यक्रम करवा कर बडीज ग्रुप बनाए गए हैं।
    श्रीमती ईशा कालिया ने बताया कि बडी प्रोग्राम के अंतर्गत सरकारी स्कूलों के 38 हजार व प्राइवेट स्कूलों के 26 हजार 700 सहित कुल 64 हजार 700 बडी ग्रुप बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में 6818 सीनियर बडी बाकी बच्चों को नशे के खिलाफ जागरु क कर रहे हैं, जबकि इन सीनियर बडीज को 16 मास्टर ट्रेनरों की ओर से प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने बताया कि बडी के अंतर्गत दिसंबर माह तक 3 लाख 26 हजार 168 विद्यार्थी कवर किए गए हैं।, जिनमें से 1 लाख 92 हजार 217 सरकारी व 1 लाख 33 हजार 961 प्राइवेट स्कूलों के विद्यार्थी शामिल हैं।
    डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से शुरु  किए बेहतरीन प्रयास डैपो प्रोग्राम के अंतर्गत भी होशियारपुर में नशा मुक्त अभियान के अंतर्गत जागरु कता फैलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि मास्टर ट्रेनरों की ओर से नशा नियंत्रक अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है, जबकि इन नशा नियंत्रक अधिकारियों की ओर से नशे के खिलाफ एक जन लहर खड़ी की जा रही है, ताकि जिले को तंदुरु स्त व नशा मुक्त  बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि नए चुने सरपंचों व पंचों को भी नशा नियंत्रक अधिकारी(डैपो) बनाया जा रहा है और पिछले दिनों हुए शपथ समारोह के दौरान करीब 3739 सरपंचो- पंचों की ओर से डैपो बनने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा दी गई थी। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि जिले के सरपंच व पंच डैपो बन कर गांव को नशा मुक्त बनाने के लिए आगे आएं।

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here