होशियारपुर। फ़िल्मी जगत। बॉलीवुड के मशहूर एक्टर राजेश खन्ना ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई है। राजेश खन्ना ने फिल्म ‘आखिरी खत’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था, लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा लोकप्रियता फिल्म ‘अराधना’ से मिली थी। राजेश खन्ना को हिंदी सिनेमा का ‘पहला सुपरस्टार’ कहा जाता है। साल 2012 में राजेश खन्ना ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। उनके निधन की खबर सुनते ही बॉलीवुड फिल्म निर्माता महेश भट्ट के दिमाग में सीधा अंजू महेंद्रू का ख्याल आया था। लेकिन जब वह उनके घर पहुंचे तो उनका हाल देख बिल्कुल हैरान रह गए थे।
महेश भट्ट ने अंजू महेंद्रू से जुड़ा यह खुलासा टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में किया था। महेश भट्ट ने अंजू महेंद्रू के बारे में बात करते हुए कहा था, “जैसे ही मुझे मीडिया के जरिए पता चला कि काका इस दुनिया में नहीं रहे, मेरे दिमाग में तुरंत अंजू का ख्याल आया। क्योंकि मैं जानता था कि वह उनके निधन से जरूर प्रभावित हुई होंगी।”
अंजू महेंद्रू के बारे में बात करते हुए राजेश खन्ना ने आगे कहा, “मैं किसी तरह देर रात उनके घर पहुंचा और मुझे पता चला कि काका के आखिरी समय में वह और अंजू एक साथ आ गए हैं। वह उनकी देखभाल करती थीं और उनकी मेडिकल से जुड़ी जरूरतों का ध्यान रखने के साथ-साथ उन्हें अस्पताल भी ले जाती थीं।”
महेश भट्ट ने अंजू महेंद्रू की हालत के बारे में बताते हुए कहा था, “अपने आंसुओं को रोकते हुए उन्होंने मुझसे कहा, ‘मेरी एक सांत्वना यह है कि जब उन्होंने आखिरी सांस ली तो मैंने उनका हाथ पकड़ा हुआ था।’ यह देखना बहुत दिल तोड़ने वाला था कि उन्हें अपने पहले प्यार से फिर से जुड़ने के लिए एक विचित्र रास्ता चुनना पड़ा था।”
राजेश खन्ना की दोस्त भारती प्रधान ने बताया था कि जैसे ही उनके नाति आरव कुमार ने काका को मुखाग्नि दी, डिंपल कपाड़िया और अंजू महेंद्रू फूट-फूटकर रोने लगे थे। उन्होंने इस बारे में कहा था, “पवन हंस श्मशान घाट पर अंजू काका के परिवार के ही साथ थीं। वह उस वक्त अपने आंसू नहीं रोक पाईं, जब उन्होंने आरव को काका को मुखाग्नि देते हुए देखा।”