हिंदी दिवस के अवसर पर “एक शाम हिंदी के नाम” कार्यक्रम ने यादगारी प्रभाव छोड़ा

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होशियारपुर– यहाँ हिंदी दिवस के अवसर पर संज्ञान वैदिक अध्ययन एवं शोध केंद्र में डा. कन्हैया लाल पराशर, डॉ. कृष्ण मुरारि, मनोज शर्मा एवं प्रेम साहिल के अध्यक्षीय मंडल के तत्वावधान में हिंदी दिवस पर भव्य साहिति्यक कार्य क्रम का आयोजन किया गया. ज्योति प्रज्ज्वलन के उपरांत संज्ञान वैदिक केंद्र संचालक कृष्ण कुमार चौबै ने उपस्थित साहित्यकारों एंव बुद्धि जीवियों का अभिनंदन किया. प्रमुख वक्ता प्रतिष्ठित कवि मनोज शर्मा ने पंजाब में हिंदी भाषा की वर्तमान सि्थति पर अपने तथ्य आधारित विस्तृत व सारगर्भित विचारों से सभी को अभिभूत किया. डॉ. कन्हैया लाल पराशर, डॉ.पंकज शर्मा, नीरज धीमान, डॉ. कृष्णा सैनी, इंद्रजीत चौधरी, डॉ,. कृष्ण मुरारी, प्रिं. अर्ची अग्रवाल, डॉ. अरूणा शुक्ला आदि विद्वानों द्वारा हिंदी दिवस के महत्व, हिंदी की वर्तमान स्थिति तथा हिंदी के प्रचार- प्रसार हेतु अपने सुझाव प्रकट किये. गीत-काव्य पाठ सत्र में प्रेम साहिल ( देहरादून), अंजू वी रत्ती, मीनाक्षी मैनन, चौधरी इंद्रजीत, मनोज शर्मा, स्वासि्तक, डॉ. सोहल,प्रो. ओंकार सिंह आदि ने अपनी कविताओं व गीतों के माध्यम से हिंदी भाषा के प्रति अपना समर्पण एवं समर्थन व्यक्त किया. मंच संचालन की भूमिका मीनाक्षी मैनन ने बाखूबी निभाई. अंत में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. धर्मपाल साहिल ने पहुंचे हुए अतिथियों का धन्यवाद करते हुए कहा, पंजाब हिंदी के श्रेष्ठ साहित्य का जन्म दाता है. इसलिए पंजाब में हिंदी के संरक्षण हेतु हिंदी के लेखकों, बुद्धिजीवियों को अपना सार्थक योगदान देना चाहिए. उत्कृष्ट विचारों के आदान- प्रदान तथा प्रभावशाली काव्य पाठ के कारण एक शाम हिंदी के नाम कार्यक्रम यादगारी प्रभाव छोड़ गया.

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