होशियारपुर, (सिमरन) :
रयात बाहरा यूनिवर्सिटी की तरफ से ‘एनएसएस में नौजवानों की भूमिका’ विषय पर एक वैबीनार का आयोजन करके एनएसएस स्थापना दिवस मनाया गया। रयात बाहरा यूनिवर्सिटी की 5 एनएसएस इकाईयाँ हैं और हर एनएसएस यूनिट में 100 एनएसएस वालंटियर हैं, जो राष्ट्र निर्माण के लिए अलग अलग गतिविधियों में हिस्सा लेते रहते हैं। अपने संबोधन में रयात बाहरा यूनिवर्सिटी के चांसलर गुरविन्दर सिंह बाहरा ने कहा कि यूनिवर्सिटी समाज की सेवा के लिए वचनबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि यह जरूरतमंद और होनहार विद्यार्थियों के लिए स्कालरशिप स्कीमों की पेशकश कर रही हैं और रयात बाहरा यूनिवर्सिटी द्वारा गोद लिए गाँवों में ओर सामाजिक सेवाएँ भी लगातार जारी हैं। इस दौरान एसएमएचएस सरकारी कालेज, फेज -6, मोहाली से डा. जसपाल सिंह मुख्य वक्ता थे। उन्होंने एनएसएस वलंटियरों की भूमिका और कर्तव्यों बारे चर्चा की और उनको कम्युनिटी सेवाओं में सक्रियता के साथ हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया।
इस मौके बोलते वाईस -चांसलर रयात बाहरा यूनिवर्सिटी डा. परविन्दर सिंह ने रयात बाहरा यूनिवर्सिटी द्वारा मुफ़्त मैडीकल और सेहत जांच कैंपों, खूनदान कैंपों, एचआईवी/एडज़ जागरूकता कैंपों, नशा छुड़ाओ कैंप और दवाओं के रूप में नियमित आधार पर आयोजित की जा रही सामाजिक सेवाओं बारे बताया। उन्होंने नौजवानों को एनएसएस में शामिल होने और समाज प्रति अपना योगदान डालने और जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों में सेवाएँ देकर समाज को लाभ पहुँचाने के लिए प्रेरित किया। इसी दौरान रयात बाहरा यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रोफ़ैसर बी.एस. सत्याल ने भी नौजवानों को एनएसएस, एनसीसी और अन्य खेल गतिविधियों का हिस्सा बनने और अपनी ऊर्जा को सही दिशा में इस्तेमाल के लिए प्रेरित किया। डा. सिमरजीत कौर, डीन आफ स्टूडैंट्स वैलफेयर, एनएसएस दिवस प्रोगराम के आरगेनाईजि़ंग सचिव थे और उन्होंने एनएसएस दिवस मनाने के मूल और महत्ता बारे जानकारी सांझी की।कार्यक्रम के अंत में डा. अमिता महाजन, प्रमुख -कृषि विभाग ने पहुँचे मेहमानों का धन्यवाद किया। इसी दौरान यूनिवर्सिटी स्कूल आफ एग्रीकल्चर साईंसिज़ और आरबीयू की सभी एनएसएस इकाईयों की तरफ से सोशल एक्टिविस्ट एसोसिएशन, चण्डीगढ़ के सहयोग के साथ पोषण हफ़्ता मनाया गया, जिस दौरान प्रयोगात्मिक क्षेत्र में फलों के वृक्ष लगाओ गतिविधि का आयोजन किया गया। डा. अमिता महाजन, प्रमुख -कृषि विभाग ने कहा कि अच्छी सेहत और तंदरुस्ती के लिए एक संतुलित ख़ुराक ज़रूरी हैं, इस लिए हमारे जीवन में पोषण की विशेष महत्ता हैं।