जयपुर, जनगाथा टाइम्स: (सिमरन)
जयपुर: क्रॉस वोटिंग से बचाने के लिए गुजरात कांग्रेस के 37 विधायकों को जयपुर लाया गया है. गुजरात कांग्रेस के 37 विधायकों को जयपुर के एक होटल में रखा गया है. ये सभी जयपुर के शिव विलास होटल में ठहरे हुए हैं. इन विधायकों को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के डर से राजस्थान भेजा गया है. इससे पहले गुजरात कांग्रेस के चार विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिसकी वजह से पार्टी को ये कदम उठाना पड़ा है. पार्टी को इस इस्तीफे से बड़ा झटका लगा है.
बता दें कि गुजरात में 26 मार्च को राज्यसभा चुनाव होने हैं और कांग्रेस के पास सिर्फ 69 विधायक हैं. 4 सीटों पर चुनाव में कांग्रेस ने दो और भाजपा ने तीन प्रत्याशी उतारे हैं. 182 विधायकों वाली गुजरात विधानसभा में अभी 180 विधायक हैं, जबकि चुनाव में एक प्रत्याशी को जीतने के लिए 37 विधायकों के वोट चाहिए. ऐसे में कांग्रेस के लिए दोनों प्रत्याशियों को जिताना मुश्किल हो गया है.
राज सभा चुनाव 2020 में बिखराव रोकने की कवायद के तहत इन विधायकों को जयपुर और उदयपुर लाने की रणनीति बनाई गई है. कांग्रेस (Congress) को गुजरात में क्रॉस वोटिंग का खतरा है. इसलिए गुजरात कांग्रेस के विधायकों की बाड़ेबंदी की जा रही है. इससे पहले मुख्य सचेतक महेश जोशी एयरपोर्ट पर 14 विधायकों को लेने पहुंचे थे. जब रिपोर्टर ने गुजरात कांग्रेस विधायक हिम्मत सिंह पटेल से जयपुर आने की वजह पूछी तो उन्होंने बताया, “सब कुछ ठीक है. हर पार्टी की अपनी रणनीति होती है. यहां आना भी रणनीति का हिस्सा है.”
राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार को हाईकमान सबसे सुरक्षित मानकर चल रहा है. इसके कारण ही जिस भी राज्य में सियासी संकट के चलते विधायकों को सुरक्षित रखने की बारी आती है, तो राजस्थान में बाड़ेबंदी की जाती है. राजस्थान इस वक्त एमपी और गुजरात कांग्रेस के लिए ट्रबल शूटर की भूमिका में है.
इससे पहले पिछले साल नवंबर में महाराष्ट्र कांग्रेस के विधायकों की जयपुर के ब्युना विस्टा रिसॉर्ट में बाड़ेबंदी की गई थी. अब मध्यप्रदेश के विधायक 2 रिसोर्ट्स में रुके हुए हैं. उनके जाने से पहले ही गुजरात कांग्रेस के विधायकों को लाया गया है. बताया जा रहा है कि 5 और विधायक ऑन रोड उदयपुर पहुंच रहे हैं.
गुजरात में 26 मार्च को राज्यसभा की 4 सीटों पर चुनाव होना है. संख्या बल के हिसाब से 2 सीटों पर बीजेपी और 2 पर कांग्रेस सीधी जीत दर्ज करती नजर आ रही है. लेकिन बीजेपी ने तीसरे कैंडिडेट नरहरि अमीन को उतारकर मुकाबले को रोचक कर दिया है. अमीन 2012 में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे. बीजेपी की ओर से तीसरा कैंडिडेट उतारने के बाद कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग का डर सताने लगा है. यही वजह है कि कांग्रेस अपने विधायकों को राजस्थान में शिफ्ट किया है.