होशियारपुर, जनगाथा टाइम्स: (सिमरन)
होशियारपुर : डिफेंस कमेटी के पूर्व चेयरमैन कमल चौधरी ने अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का बुधवार से निर्माण कार्य हेतु भूमि पूजन शुरू होने को करोड़ों हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं का सम्मान बताया हैं। उन्होंने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यहां पर हिंदुओं को अपना कोई मंदिर बनाने का अधिकार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अदालत के फैसले के बाद मंदिर निर्माण को लेकर किंतु परंतु नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह हैं कि हिंदुओं ने कभी भी किसी भी धर्म के निर्माण कार्य का कभी विरोध नहीं किया।
उन्होंने कहा कि इतिहास के पन्ने खोलने पर पता चलता हैं कि गैर हिंदू शासकों ने किस प्रकार से हिंदुओं पर अत्याचार किए तथा उनके धार्मिक स्थानों को तहस-नहस करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इतना ही नहीं हिंदुओं पर जजिया टैक्स भी लगाया गया। जब हिंदुओं ने उस समय के शासकों का विरोध किया तो बहुत से हिंदुओं को अपनी जान गंवानी पड़ी। जब कोई हिंदू राजा बना तो उसने सभी धर्मों का सम्मान किया। किसी भी धर्म के निर्माण कार्य को क्षति नहीं पहुंचाई। उन्होंने कहा कि अदालत के फैसले के बाद अब जब अयोध्या में रामलला का मंदिर बनना शुरू होने वाला हैं तो सभी धर्मों के लोगों को इसका स्वागत करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से इस मंदिर को लेकर कई तरह की बातें की जाती रही हैं। लेकिन अब सभी को मंदिर निर्माण में अपना सहयोग देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने भी आपसी भाईचारे को मजबूत करने का संदेश दिया था। उन्होंने अपनी सेना में भी इंसानों के अलावा दूसरे वर्गों के प्रतिनिधियों को भी जगह दी थी। उन्होंने मुस्लिम समाज से भी अपील की कि वह मंदिर निर्माण के कार्य में बढ़-चढ़कर भाग ले ताकि दुनिया को दिखा सके की भारत वास्तव में एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है तथा जहां एक धर्म के लोग दूसरे धर्म के निर्माण कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं।