माहिलपु। किरण। – सिख शैक्षिण कौंसल के प्रधान ठेकेदार सुरिंदर सिंह राठां की अध्यक्षता में श्री गुरू गोबिंद सिंह खालसा कालेज माहिलपुर के प्रिंसीपल डा. जसपाल सिंह की देख रेख में पंजाब युनिवर्सिटी जोनल और विरासती मेला आज आरम्भ हुआ , इस मेले के उदघाटनी सेशन में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी मुख्य मेहमान के तौर पर उपस्थित हुए .
-पहले दिन ही मेजबान ने फहराया परचम
जबकि समागम की प्रधानगी इंद्रजीत सिंह भारटा मैनेजर, गुरिंदर सिंह बैंस सचिव, प्रिं सुनील खोसला, गुमेल सिंह गिल्ल, वरिंदर शर्मा, प्रिं रोहतांश, प्रिं बलजीत सिंह उपस्थित हुए। समागम की शूरूआत शमां रोशन से की गई। उसके बाद कालिज के छात्रों ने शब्द गायन पेश किया। प्रिं जसपाल सिंह ने कहा कि कॉलेज की 75वीं वर्षगांठ पर पर करवाये जा रहे इस फैसटीवल का अर्थ कुदरत को प्यार करना है। ठेकेदार सुरिंदर सिंह ने छात्रों को इस तरह की गतिविधीयों में हिस्सा लेने की प्रेरणा की। उन्होने कहा कि खालसा कॉलेज इस क्षेत्र में छात्रों के भव्ष्यि को रूशना रहा है। मुख्य मेहमान हरजिंदर सिंह धामी ने कॉलेज को दो लाख रूपये देने की घोषणा करते हुए कहा कि माहिलपुर का खालसा कॉलेज अपनी धार्मिक कदरों और कीमतों के कारण आज अंतर राष्टृीय स्तर पर अपना मुकाम हासिल कर चुका है। आज हुए शब्द और भजन मुकाबलों में खालसा काजिल को पहला, गुरू हर राये कालिज को दूसरा, और बी ए एम कालिज को तीसरा स्थान मिला। कलासीकल संगीत वोकल संगीत में खालसा कॉलेज माहिलपुर को पहला, डीएवी कालिज होशियारपुर को दूसरा और खालसा कॉलेज गढ़शंकर को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। इस अवसर पर संत साधु सिंह कहारपुरी, इकबाल सिंह खेड़ा, जगदीप सिंह, प्रिं कुलविंदर कौर, प्रिं सतवंत कौर, प्रिं डा रेमेश कुमारी, प्रिं डा अनीता, प्रौ जसविंदर सिंह, डा राकेश कुमार, डा. प्रो जे बी सेखों, प्रो बिमला जसवाल समेत भारी तादाद में छात्र और कालिजों के अध्यापक भी उपस्थित थे।