पाकिस्तान की नापाक हरकतों का चिट्ठा अब उसके अपने ही आंतकी ने खोल दिया है। भारत में घुसपैठ की कोशिश करने के दौरान पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी तबारक हुसैन ने भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एक कर्नल ने सेना की चौकी पर हमले के लिए उसे 30 हजार रुपए दिए थे। भारतीय सेना ने तबारक हुसैन को जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में पकड़ा ।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में कोटली के सब्जकोट गांव के निवासी 32 वर्षीय तबारक हुसैन को रविवार को नौशेरा सेक्टर में गिरफ्तार किया । हुसैन के साथी भारतीय सैनिकों द्वारा ललकारे जाने पर उसे छोड़कर वापस भाग गए। घायल आतंकवादी तबारक हुसैन ने अस्पताल में उपचार दौरान बताया “हम 4-5 लोग थे और पाकिस्तानी सेना के कर्नल यूनुस ने हमें भेजा था। उन्होंने हमें पैसे देकर भारतीय सेना की 1-2 पोस्ट पर हमला करने को कहा था। फिदायीन आतंकी ने पाकिस्तान को बेनकाब करते हुए कहा, “मुझे पाकिस्तानी सेना के कर्नल यूनुस ने भारतीय सेना पर लगभग 30,000 रुपए में हमला करने का काम सौंपा था।” सेना के अस्पताल में उसने कहा, ‘‘मुझे धोखा दिया गया (साथी आतंकवादियों द्वारा) और फिर भारतीय सेना ने मुझे पकड़ लिया।’’
सेना के अधिकारियों ने बताया कि पिछले छह साल में दूसरी बार हुसैन को सीमापार से इस तरफ घुसपैठ की कोशिश करने के दौरान गिरफ्तार किया गया। वह पाकिस्तानी सेना की एक खुफिया इकाई के लिए भी काम करता थाय़ सेना की 80 इन्फेंट्री ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर कपिल राणा ने बताया कि 21 अगस्त को सुबह के समय झानगड़ में तैनात चौकन्ने जवानों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के दूसरी तरफ से दो से तीन आतंकवादियों की गतिविधि देखी।
उन्होंने कहा, ‘‘एक आतंकवादी भारतीय चौकी के करीब आया और उसने बाड़ काटने की कोशिश की लेकिन चौकन्ने जवानों ने उसे ललकारा और भागने की कोशिश कर रहा आतंकवादी गोली लगने से घायल हो गया।’’ अधिकारी ने कहा कि पीछे छिपे हुए दो आतंकवादी घने जंगल की आड़ में भाग निकले। उन्होंने कहा, ‘‘घायल पाकिस्तानी आतंकवादी तबारक हुसैन को जिंदा पकड़ लिया गया और तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने के साथ उसकी सर्जरी की गई।’’