चीन : चीन ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र (संरा) मानवाधिकार कार्यालय की एक रिपोर्ट जारी होने पर हैरान जताई है, जिसमें उसपर शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों के “मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन” का आरोप लगाया गया है। चीन ने रिपोर्ट को अवैध और अमान्य करार देते हुए कहा कि अमेरिका ने उसे रोकने के लिए यह रिपोर्ट गढ़ी है। निवर्तमान संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बेचलेट की बहुप्रतीक्षित रिपोर्ट, जिनेवा में नाटकीय अंदाज में जारी की गई। बैचलेट चीन के साथ लंबे समय तक चले राजनयिक विवाद के बाद मई में शिनजियांग गई थीं, जिसके बाद यह रिपोर्ट जारी की गई है।
चीन ने रिपोर्ट जारी करने पर आश्चर्य जताते हुए इसपर कड़ा विरोध दर्ज कराया। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में रिपोर्ट की आलोचना करते हुए कहा, “तथाकथित आकलन अमेरिका और कुछ पश्चिमी ताकतों द्वारा रचा और तैयार किया गया है। यह पूरी तरह से अवैध और अमान्य है।” चिली की पूर्व राष्ट्रपति बैचलेट ने अत्यधिक दबाव के बीच आखिरकार बीजिंग के विरोध को दरकिनार कर दिया और बुधवार को अपने कार्यकाल के अंतिम दिन रिपोर्ट जारी की।