नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई (SBI) के ग्राहकों के लिए अच्छी खबर नहीं है। बैंक ने एक बार फिर लोन महंगा कर दिया है। बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट पर आधारित फंड के लेंडिंग रेट (MCLR) में 20 बीपीएस की बढ़ोतरी कर दी। बढ़ी हुई दरें आज से लागू हो गई हैं। बैंक ने तीन महीने में तीसरी बार दरों में बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी के बाद ओवरनाइट से तीन महीने की अवधि के लिए एमसीएलआर रेट 7.15 फीसदी से बढ़कर 7.35 फीसदी हो गया है। इसी तहत छह महीने का एमसीएलआर रेट 7.45 फीसदी से बढ़कर 7.65 फीसदी हो गया है। एक और दो साल का रेट अब 7.7 फीसदी से बढ़कर 7.9 फीसदी और तीन साल का रेट 7.8 फीसदी से बढ़कर आठ फीसदी हो गया है।
इससे पहले एसबीआई ने पिछले महीने भी एमसीएलआर रेट में 10 बेसिस अंक की बढ़ोतरी की थी। हाल में आरबीआई (RBI) ने महंगाई को काबू में रखने के लिए रेपो रेट में 50 बेसिस अंक की बढ़ोतरी की थी। रेपो रेट की दर अब 5.40 फीसदी हो गई है। केंद्रीय बैंक के रेपो रेट में भारी बढ़ोतरी के बाद कई बैंकों ने लोन लेना महंगा कर दिया है। एक हफ्ते पहले एचडीएफसी बैंक ने एमसीएलआर में पांच से 10 बेसिस अंक की बढ़ोतरी की थी। यह बढ़ोतरी आठ अगस्त से लागू हो गई है। इसी तरह आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने भी लेंडिंग रेट में 5 से 15 बीपीएस की बढ़ोतरी की है।
किन ग्राहकों पर होगा असर
क्या होता है एमसीएलआर