नेशनल : आज के दौर में ‘सनरूफ कार’ एक स्टाईल और फैशन बन गया है। सनरूफ कार भारतीयों की पहली पसंद बन गई है जिसे एक ‘प्रीमियम’ फीचर के रूप में देखा जाता है। यह बच्चों के साथ-साथ वयस्कों को भी आकर्षित करता है लेकिन बता दें कि देखने में यह हमें जितना फैंसी लगता है उतना ही कई बार यह खतरनाक भी साबित हो सकता है, खासकर जब वाहन चल रहे हो।
हाल ही में गुरूग्राम की सड़कों पर एक बच्चे को ‘सनरूफ कार’ के बाहर आनंद लेते हुए देख जेट एयरवेज के सीईओ संजीव कपूर ने इस पर ऐतराज जताया। उन्होंने ट्विट कर लिखा कि गोल्फ कोर्स रोड, गुरुग्राम पर अपनी कार की ज़िप के साथ सनरूफ से बाहर हवा का आनंद लेते बच्चे। हम कहां असफल हुए हैं? स्कूली शिक्षा में, या पालन-पोषण में, या दोनों में?
संजीव कपूर ने सोशल मीडिया पर इस पर एक सवाल उठाते हुए एक पोल भी पोस्ट किय़ा जिसमें यूजर्स की मिलीजुली प्रतिक्रिया सामनेआई। कुछ का मानना है कि सनरूफ इसके लिए होते हैं, तो कुछ लोगों ने कपूर का समर्थन किय़ा और इसे एक खतरनाक हरकत बताया।
एक यूजर के ट्वीट में लिखा है, ‘उनके पिता की कार, उनकी और उनके पिता की पसंद, वह जहां चाहें हवा का आनंद ले सकते हैं। जबकि इसके विपरीत, एक अन्य नेटीजन ने लिखा कि इसके शिष्टाचार की कमी है। “शिष्टाचार, पालन-पोषण, कानून प्रवर्तन, नागरिक भावना की कमी
कपूर ने ट्विटर पर एक पोल भी किया जिसमें 32.4 प्रतिशत नेटिज़न्स ने ‘कुछ भी गलत नहीं है’ के लिए मतदान किया। जबकि 67.6 प्रतिशत लोगों ने कहा कि ‘यह वाकई खतरनाक है’। इंटरनेट पर मौजूद लोगों में से एक ने ट्रैफिक पुलिस से ऐसी घटनाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाने का भी अनुरोध किया है।