नई दिल्ली। न्यूज़ डेस्क। अक्सर हमने फिल्मों में जासूसों की कहानियां देखी हैं। उन्हें देखकर हम यह समझ जाते हैं कि यह पेशा कितना खतरनाक होता है। हर वक्त पहचान उजागर होने के साथ जान जाने का डर लगा रहता है। फिर भी सेहमत खान जैसी एक महिला जासूस ने अपनी दिलेरी से सभी को हैरान कर दिया था। वह एक पाक अधिकारी की बीवी बनकर पाकिस्तान गई और फिर वहीं से देश की मदद करती रही।
साल 2018 में रिलीज हुई फिल्म राजी, लेखक हरिंदर सिक्का के नॉवेल ‘कालिंग सेहमत’ पर आधारित थी। हरिंदर सिक्का के मुताबिक यह एक ऐसे महिला जासूस की कहानी थी, जो काल्पनिक नहीं बल्कि असली किरदार था। हरिंदर सिक्का खुद भी भारतीय जल सेना में रहे हैं और जब वह कारगिल पर रिसर्च कर रहे थे तो सेहमत खान के बेटे से मिले थे। महिला जासूस रही सेहमत खान की वास्तविक पहचान को इस किताब में छुपाया गया है।
भारतीय-कश्मीरी लड़की सेहमत खान पहले जासूस बनने के लिए राजी नहीं थी लेकिन जब पिता ने उसे देश का हवाला दिया तो वह तैयार हो गई। जिस वक्त उन्होंने यह फैसला लिया तब वह कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी। इसके बाद उन्होंने पिता की बात को मानते हुए अपनी ट्रेनिंग पूरी की थी फिर उन्होंने पाकिस्तान में रहते हुए भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ को अपनी सेवाएं दी थी।
हरिंदर के मुताबिक, सेहमत की अहम जानकारियों की वजह से कई हजार सैनिकों की जान बची थी। उनके मुताबिक, सेहमत एक पाकिस्तानी अधिकारी से शादी करके वहां जाती हैं और फिर भारत को खुफिया जानकारी भेजती हैं। कहा जाता है भारतीय खुफिया एजेंसी को 1971 से पहले एक ऐसे जासूस की जरूरत थी जो पाकिस्तान में रहकर भारत की मदद कर सके। तभी सेहमत के पिता ने उन्हें जासूसी के लिए राजी किया था।
इसके बाद जब साल 1971 में भारत ने पाकिस्तान के डांट खट्टे किये तो उसके पीछे सेहमत खान के द्वारा लगातार भेजी जाने वाली अहम जानकारियों का ही नतीजा था। वही सेहमत खान ने ही बताया था कि पाकिस्तान, भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस विराट को डुबोने की योजना बना रहा है। जिसके बाद भारतीय सेना ने ठोस कदम उठाते हुए पाक की इस नापाक साजिश को नाकाम कर दिया था।