इंटरनेशनल : शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के नेताओं के साथ बैठक के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को अपने देश में आई अभूतपूर्व बाढ़ को लेकर मदद की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में चारों ओर सैलाब ही सैलाब है इसलिए जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भी तत्काल कार्रवाई की जरूरत है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने दुनियाभर के नेताओं से कहा, ‘‘ मैं आप सब से अपील करता हूं कि एससीओ एकजुट हो और सतत प्रयासों के जरिए इस तबाही के खिलाफ कदम उठाए।” शरीफ ने कहा कि देश ने अपने इतिहास में जलवायु से जुड़़ी इस प्रकार की तबाही का सामना कभी नहीं किया जिसने मानव जीवन, बुनियादी ढांचे, पशुधन और फसलों पर कहर बरपाया है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पकिस्तान को मुसीबत से उबारने में मदद की अपील की।
शरीफ ने उज्बेकिस्तान के शहर समरकंद में SCO की राष्ट्र प्रमुखों की परिषद (सीएचएस) के शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए पाकिस्तान में जलवायु परिवर्तन के कारण बाढ़ आने का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में इस वर्ष 14 जून से बाढ़ के कारण 1,500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 12,758 लोग घायल हुए हैं। भयावह बाढ़ में लगभग एक तिहाई पाकिस्तान डूब गया है।
शरीफ ने कहा, ‘‘पाकिस्तान में आई भयावह बाढ़ का कारण निश्चित रूप से जलवायु परिवर्तन था। जलवायु परिवर्तन, बादल फटने और अभूतपूर्व बारिश के साथ पहाड़ों से जलधाराएं मैदानों में आने की वजह से बाढ़ आई। इन सबके के कारण पाकिस्तान समुद्र जैसा दिख रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ पर्यावरण की यह नाइंसाफी हमारे साथ हुई है क्योंकि तथ्य यह है कि हमारा कार्बन उत्सर्जन एक प्रतिशत से भी कम है।” उन्होंने ये भी बताया कि पाकिस्तान में आई बाढ़ की हालातों की जानकारी उन्होंने इन बैठकों में अपने समकक्षीय नेताओं को दी।
साथ ही ये भी कहा कि उन्होंने इन सभी देशों से पाकिस्तान की मदद करने की अपील भी की है। शहबाज शुक्रवार को इस सम्मेलन को संबोधित भी करेंगे। इस बीच पाकिस्तान की मीडिया ने ये भी बताया है कि चीन और रूस के राष्ट्रपतियों से हुई मुलाकात के बाद शहबाज शरीफ को इन दोनों नेताओं ने अपने यहां पर आने का औपचारिक न्यौता भी दिया है, जिसको उन्होंने कबूल कर लिया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने उनके चीन जाने की घोषणा तक कर दी है। उनके मुताबिक शाज शरीफ नवंबर 2022 में चीन की यात्रा पर जाएंगे।