होशियारपुर। सुमन मेहता। ऑल इण्डिया आर्गेनाईजेशन ऑफ कैमिस्ट एंड ड्रगस्टि से सम्बन्धित 9.40 लाख दवा विक्रेता अपने सदस्यों के हितों के संरक्षण हेतु देश के समस्त व्यापारियों के साथ लॉकडाउन में शामिल होने को तैयार हैं। उक्त जानकारी देते हुये पी.सी.ए. पंजाब के प्रवक्ता रमन कपूर ने बताया कि ए.आई.ओ.सी.डी के अध्यक्ष जे. एस. छिन्दे, महासचिव राजीव सिंगल और उपाध्यक्ष सुरिन्द्र दुग्गल ने बताया कि कैमिस्ट कोविड काल में तमाम खतरों के बावजूद लोगों को निरंतर दवा उपलब्ध करवाते आ रहे हैं इसलिए उन्हें डाक्टर, नर्स, हस्पताल स्टाफ और सफाई कर्मियों से कम नहीं आंका जा सकता। मगर अफसोस से कहना पड़ रहा है कि सरकार ने अभी तक न तो उनको कोविड वारियर घोषित किया न ही वैक्सीनेशन प्राथमिकता प्रदान की। जबकि 650 से अधिक दवा विक्रेता कोविड का शिकार होकर शहीद हो चुके हैं। सरकार के नकारात्मक रैवेय्ये को लेकर 9.40 लाख दवा विक्रेताओं में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि दवा विक्रेता होने के बावजूद भी जब हमारे परिजनों को रेमडेसिविर और टोसीजुमेब की ज़रूरत पड़ी तो शासन के नियमों के अधीन हमें इंजैक्शन नहीं मिले। इस वजह से हमारे कई कैमिस्ट भगवान को प्यारे हो गये। उन्होंने कहा कि क्योंकि हम जन स्वास्थय रक्षक दवा विक्रेता हैं। इस कोरोना काल में दवा की उपलब्धता को बनाये रखना चाहते हैं। हम अभी तक किसी बंद या लॉकडाउन में शामिल नहीं हुये। लेकिन अगर अब सरकार से आग्रह करते हैं उपरोक्त खतरों के बाद भी 18 वर्ष के ऊपर सभी दवा विक्रेता, फार्मासिस्टों और स्टाफ के सदस्यों को कोविड वारियर घोषित करके उनका वैक्सीनेशन जल्द से जल्द से किया जाये।