जालंधर। पवित्तर सिंह। भारतीय पूजा समिति द्वारा बशीरपुरा, ठाकुर सिंह कॉलोनी एवं मिथिलांचल छठ पूजा समिति, अजीत नगर द्वारा छठ महापर्व का आयोजन किया गया। जिसके भीतर मुख्य रूप से दिव्य ज्योति जागृति संस्थान से स्वामी सज्जनानंद ने शिरकत की। स्वामी सज्जनानंद ने इस मौके कहा हर पर्व अपने पीछे कई गूढ़ रहस्य समेटे हुए होता है जो हमें प्रेम, भाईचारे की ओर बढ़ाता है।
छठ पर्व को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो षष्ठी तिथि (छठ) को एक विशेष खगोलीय परिवर्तन होता है, इस समय सूर्य की पराबैगनी किरणें (Ultra Violet Rays) पृथ्वी की सतह पर सामान्य से अधिक मात्रा में एकत्र हो जाती हैं इस कारण इसके सम्भावित कुप्रभावों से मानव की यथासम्भव रक्षा करने का सामर्थ्य प्राप्त होता है। पर्व पालन से सूर्य (तारा) प्रकाश (पराबैगनी किरण) के हानिकारक प्रभाव से जीवों की रक्षा सम्भव है। पृथ्वी के जीवों को इससे बहुत लाभ मिलता है।
छठ महापर्व भारत का ऐसा पर्व है जो वैदिक काल से चला आ रहा है और ये संस्कृति का हिस्सा बन चुका हैं। यह पर्व बिहार कि वैदिक संस्कृति कि झलक दिखाता हैं। ये पर्व मुख्यः रुप से ॠषियो द्वारा लिखी गई ऋग्वेद मे सूर्य पूजन, उषा पूजन के अनुसार मनाया जाता है। इस पावन पर्व पर सभी शहर वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।