कुछ ऐसे खूंखार सीरियल किलर , जिनका नाम अपराध के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गया

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होशियारपुर। न्यूज़ डेस्क। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कई अपराधी हुए लेकिन कुछ ऐसे खूंखार सीरियल किलर थे जिनका नाम अपराध के इतिहास में हमेशा दर्ज रहेगा। इन सीरियल किलर्स ने जिस तरह वारदातों को अंजाम दिया था वह सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएं। इसी क्रम में आज उन पांच बेरहम सीरियल किलर्स की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्हें दी गई सजाएं भी आपको कम लगेंगी।

जैक द रिपर : साल 1888 के आसपास जैक द रिपर नाम के खूंखार सीरियल किलर ने लंदन में सनसनी फैला दी थी। लंदन में वाइट चैपल इलाके में कई सारे वेश्यालय थे। इस इलाके में अगस्त 1988 में पहली बार निकोलस नाम की एक महिला की हत्या की गई फिर इस हत्यारे ने लगातार 5 हत्याओं को अंजाम दिया। इस सभी हत्याओं में पीड़ित वेश्याएं थी और उनका शरीर क्षत-विक्षत था। इसके बाद तो जैक द रिपर खौफ का पर्याय और अखबार की सुर्खियां बनता चला गया। आज तक यह पता नहीं चल पाया कि आखिर यह खूनी कौन था क्योंकि वह कभी पकड़ा ही नहीं गया।
पेड्रो लोपेज : कोलंबिया का एक ऐसा सीरियल किलर जो पहले चोर था। 1969 में जेल से बाहर आया तो उसने दो लोगों की हत्या की लेकिन फिर वह नहीं रुका। लोपेज ने कोलंबिया के अलावा पेरू और एक्वाडोर जैसे देशों में भी हत्याओं को अंजाम दिया। पेड्रो लोपेज को जब 1980 में अरेस्ट किया गया तो उसने 350 से अधिक कत्ल व रेप की बात स्वीकार की, जिनमें से अधिकतर बच्चियां थी। उसे मॉन्स्टर ऑफ एंडीज कहा जाता था, लेकिन इतनी हत्याओं के बाद भी उसे केवल 20 साल बाद 1998 में जेल से रिहा कर दिया गया था। अब वह कहां है, किसी को कुछ पता नहीं है।

टेड बंडी : अमेरिका में 70 के दशक में इस सीरियल किलर का नाम अपहरण, हत्या व रेप के लिए कुख्यात था। टेड ज्यादातर महिलाओं व कॉलेज जाने वाली लड़कियों को शिकार बनाता था। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक उसने 36 लड़कियों की हत्या की थी, जिनमें कुछ के साथ रेप भी किया गया था। टेड ने 1974 से लेकर 1978 तक करीब सात राज्यों में वारदातों को अंजाम दिया था। उसे 1975 में अरेस्ट किया गया था लेकिन वह दो बार पुलिस कस्टडी से फरार भी हो गया था। पकड़े जाने के बाद साल 1989 में कोर्ट ने उसे मौत की सजा सुनाई और जेल में टेड बंडी को इलेक्ट्रिक चेयर पर बैठाकर मौत दे दी गई।

हेरोल्ड शिपमैन : हेरोल्ड एक डॉक्टर था और 1972 से 1998 के दौरान लंदन में प्रैक्टिस किया करता था। प्रैक्टिस करने के नाम पर उसने 200 से अधिक मरीजों की हत्या कर दी, जिनमें अधिकतर बुजुर्ग व महिलाएं थी। साल 1998 में जब वह पकड़ा गया तो उसने अन्य घटनाओं के बारे में खुलासा किया। इसके बाद कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुना दी थी, लेकिन साल 2004 में उसने जेल में ही आत्महत्या कर ली थी। हेरोल्ड शिपमैन को ‘डॉक्टर डेथ’ भी कहा जाता था।

जेफरी डेहमर : इस अमेरिकन सीरियल किलर का पूरा नाम जेफरी लियोनेल डेहमर था। 14 साल की उम्र से ही शराब पीने और पर्सनैलिटी डिसआर्डर के चलते वह गुस्सैल बन गया था। जब बड़ा हुआ तो उसने 1978-91 के बीच करीब 17 लोगों को मौत के घाट उतारा। इनमें से कई महिलाओं की हत्या करने के साथ रेप भी हुआ था। उसे 17 फरवरी, 1992 को 15 मामलो में दोषी पाया गया था और सभी में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इस लिहाज से उसे करीब 900 साल की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, 28 नवंबर, 1994 को, डेहमर की जेल में ही मौत हो गई थी।

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