भारत अब रूक-रूक चलने वाला नहीं, 8-10 सालों में हम भारतीय रेल की कायाकल्प बदलेंगे: PM मोदी

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नेशनल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बेंगलुरु के संस्थापक नादप्रभु केम्पेगौड़ा की 108 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया।‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ के अनुसार, यह शहर के संस्थापक की पहली और सबसे ऊंची कांस्य प्रतिमा है। ‘‘स्टैच्यू ऑफ प्रॉस्पेरिटी’’ (समृद्धि की प्रतिमा) नामक यह प्रतिमा बेंगलुरु के विकास के लिए केम्पेगौड़ा के योगदान को याद करती है। इसे पहले पीएम मोदी ने आज देश को 5वीं वंदे भारत ट्रेन दी और वहीं, भारत गौरव काशी दर्शन ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता को संबोधित भी किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज कर्नाटक को पहली भारत में बनी वंदे भारत ट्रेन मिली है। कर्नाटक के लोगों को अयोध्या, काशी और प्रयागराज के दर्शन कराने वाली भारत गौरव काशी दर्शन ट्रेन की भी शुरूआत हुई है। आज केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के दूसरे टर्मिनल का भी उद्घाटन हुआ है। आज शुरू हुई वंदे भारत ट्रेन केवल एक ट्रेन नहीं है बल्कि ये नए भारत की नई पहचान है। 21वीं सदी में भारत की ट्रेन कैसी हो, ये उसकी एक झलक है। वंदे भारत एक्सप्रेस इस बात का प्रतीक है कि भारत अब रूक-रूक चलने वाले दिनों को पीछे छोड़ चुका है।

पीएम ने कहा कि आज कर्नाटक और देश की 2 महान संतानों की जन्म जयंती है। संत कनकदास जी ने हमारे समाज को मार्गदर्शन दिया तो ओनके ओबव्वा ने हमारे गौरव और संस्कृति के लिए अपना योगदान दिया। आज पूरी दुनिया में, भारत में निवेश के लिए जो अभूतपुर्व विश्वास बना है उसका बहुत बड़ा लाभ कर्नाटक को भी मिल रहा है। पिछले 3 साल जब पूरी दुनिया कोविड से प्रभावित रही तब कर्नाटक में लगभग 4 लाख करोड़ रुपए का निवेश हुआ।

भारत अब तेज़ दौड़ना चाहता है और इसके लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। आने वाले 8-10 सालों में हम भारतीय रेल के कायाकल्प को बदलने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। आज पूरी दुनिया में भारत की पहचान स्टार्ट अप्स के लिए है और भारत की इस पहचान को सशक्त करने में बड़ी भूमिका बेंगलुरु की है। स्टार्ट अप्स सिर्फ एक कंपनी भर नहीं होता है। स्टार्ट अप्स एक विश्वास होता है, हर उस चुनौती के समाधान का जो देश के सामने है।

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