हैलथ : चौलाई जिसे ऐमारैंथ (Amaranth) भी कहा जाता है, एक औषधीय पौधा है। इसके बीज को राजगिरा और रामदाना भी कहा जाता है। यह कई तरह के पोषक तत्वों से भरे होते हैं। अक्सर आपको हरी सब्जियों में पालक, मेथी, जैसे नाम और इनके स्वास्थ्य लाभ पता होंगे। लेकिन क्या आप चौलाई के पत्तों के औषधीय गुण जानते हैं? इसके पत्तों और बीजों में विटामिन A और खनिज प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा चौलाई के पौधे में एंटीऑक्सिडेंट और फेनालिक यौगिक भी होता है।
ऐमारैंथ में मौजूद पोषक तत्व स्वस्थ आहार के हिस्से के रूप में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकते हैं। यह विटामिन सी का एक स्रोत है, जो शरीर की उपचार प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आयरन को प्रोसेस करने, रक्त वाहिकाओं को बनाने, मांसपेशियों के ऊतकों की मरम्मत और कोलेजन को बनाए रखने में मदद करता है। ऐमारैंथ एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है, जिसमें गैलिक एसिड और वैनिलिक एसिड शामिल हैं। एंटीऑक्सिडेंट मुक्त कणों से लड़ने में मदद करते हैं, जो सामान्य सेलुलर गतिविधि के उप-उत्पादों को नुकसान पहुंचाते हैं, उम्र बढ़ने के संकेतों से लेकर हृदय रोग तक सब कुछ कम करने में मदद करते हैं।
चौलाई की साग के फायदों को न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने अपने इस्टां पर शेयर किया है। वह बताती हैं कि चौलाई भी कहा जाता है, यह पौष्टिक होने के साथ ही स्वादिष्ट भी होते हैं। यह कई तरह की बीमारियों से लड़ने में शरीर की मदद करता है। इसे अपने आहार में शामिल करना सेहतमंद च्वाइस हो सकता है।
एक्सपर्ट से जाने चौलाई साग खाने के फायदे
कोलेस्ट्रॉल कम करने की क्षमता
मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद
कैल्शियम की कमी के जोखिम को कम करता है
कैंसर से बचाता है
चौलाई के पत्तों में विटामिन ई, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम और विटामिन सी के साथ लाइसिन (एक आवश्यक अमीनो एसिड) मौजूद होता है। जो उम्र बढ़ने और घातक कोशिकाओं के निर्माण के लिए जिम्मेदार मुक्त कणों से लड़ने में मदद करती है। साथ ही कैंसर को शरीर में पनपने से रोकती है।