जालंधर : पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद तहसील कांप्लेक्स में वीआईपी ट्रीटमेंट भी खत्म किया जा रहा है। इसके लिए सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में सब-रजिस्ट्रार के टेबल के पीछे पड़ी कुर्सियों पर केवल स्टाफ के बैठने का प्रावधान तय किया गया है। कारण, सब-रजिस्ट्रार को प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन से लेकर विभिन्न सरकारी दस्तावेज सत्यापित करने होते है, ऐसे में उनके पीछे वाली कुर्सियों पर लोगों के बैठने के कारण महत्वपूर्ण कार्यों में गलती होने की संभावना बनी रहती थी। विधायक रमन अरोड़ा ने सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में जनता को एक समान सेवाएं देने के निर्देश दिए है।
हाल ही में लिया गया फैसला सिविल लाइंस स्थित ओल्ड फ्रेंड्स थिएटर की इमारत की रजिस्ट्री के दौरान आठ लाख रुपये की स्टांप ड्यूटी कम लगाए जाने के मामले का राजफाश हुआ था। यह राजफाश विधायक अरोड़ा ने ही किया। अब उन्होंने कहा कि किसी भी सरकारी अधिकारी का काम सबसे पहले जनता को सेवाएं देना है। ड्यूटी के दौरान जनता को दरकिनार करके किसी को वीआईपी ट्रीटमेंट देने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रापर्टी की रजिस्ट्री करने के दौरान आरसी (रजिस्ट्री क्लर्क) व दस्तावेज फीड करने वाले कंप्यूटर आपरेटर के अलावा किसी को ट्रीटमेंट देना नियमों के विपरीत है।