होशियारपुर ( तरसेम दीवाना ) पंजाब में जिन प्राईवेट तथा मॉडल स्कूलों में बच्चों को इंगलिश या हिन्दी बोलने के लिए मजबूर किया जाता है उनकी मान्यता रुद्ध की जाए, इन विचारों का प्रगटावा करते हुए बेगमपुरा टाईगर फोर्स के चेयरमैन तरसेम दीवाना, उप-चेयरमैन बिल्ला दियोवाल तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सल्लन ने संयुक्त रूप से कहा कि पंजाबी पंजाबियों की मातृ भाषा है तथा इसके साथ विद्यार्थियों को वौद्धिक विकास होता है, परन्तु कई प्राईवेट स्कूलों में विद्यार्थियों को मातृ भाषा में बातचीत करने के स्थान पर इंगलिश या हिन्दी में बातचीत करने के लिए मजबूर किया जाता है और अगर कोई पंजाबी में बात करता है तो उसे स्कूल के अध्यापकों द्वारा भारी ज़ुर्माना लगाया जाता है जो कि पंजाबी बोलने बाले बच्चों के लिए बहुत धातक सिद्ध हो सकता है । उन्होने कहा कि 21 फरवरी को अन्तर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस बड़ी धूम-धाम से मनाया गया। अमरीका में फरवरी महीने को पंजाबी भाषा महीने के तौर पर मनाया जा रहा है परन्तु पंजाब की धरती पर पंजाबी बोलने बालों को प्राईवेट स्कूलों में सजाएं दी जा रही हैं जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है । उन्होने कहा किसी भी भाषा को सीखना बुरी बात नहीं है परन्तु मातृ भाषा बोलने पर प्रतिबंध लगाना बहुत ही बुरी बात है। उनहोने सरकार से मांग की जो भी प्राईवेट तथा मॉडल स्कूल विद्यार्थियों को पंजाबी भाषा बोलने के स्थान पर हिन्दी या इंगलिश भाषा में बातचीत करने के लिए मजबूर करते हैं उन स्कूलों की मान्यता तुरंत रद्ध कर देनी चाहिए।