
पूर्व कैबिनेट मंत्री का रिश्तेदार है अवैध कालोनियों का सौदागर साबा

जनगाथा टाइम्स सम्वाददाता, जालंधर : सेना के सूरानुस्सी स्थित ओर्डिनेन्स डिपो के पास अवैध कालोनियों का सौदा करने वाला हरमीत सिंह साबा खुद कांग्रेस नेता होने के साथ ही पंजाब सरकार के एक पूर्व कैबिनेट मंत्री का रिश्तेदार भी है। पूर्व कैबिनेट मंत्री का नाम लेकर साबा अपने काले कारनामों को अंजाम दे रहा है जिससे सरकार के राजस्व को करोड़ों रुपये की चपत तो लग ही रही है साथ ही करोड़ों रुपये के आयकर की भी चपत लग रही है।
दरअसल, साबा ने प्रॉपर्टी के काले कारोबार से करोड़ों रुपये का कालाधन जमा किया है। कहीं अपने नाम से तो कहीं अपने रिश्तेदारों और नौकरों के नाम से जमीनें खरीद रखी हैं। सबसे बड़ा खेल सेना के ओर्डिनेन्स डिपो के पास किया गया है। साबा का पूरा कारोबार इसी इलाके में फैला हुआ है।
यहां पहले खेतों में फसल लहलहाती थी मगर अब कंक्रीट के जंगल फैलते जा रहे हैं। इन कंक्रीट के जंगलों को बढ़ाने में साबा का किरदार सबसे अहम रहा है। साबा और परमजीत सिंह जेपी के अकाली-कांग्रेस गठजोड़ ने खेती वाली ज़मीन की तीन तीन मरले से लेकर आठ-दस मरले तक के प्लाटो में रजिस्ट्री करा दी। अब खेती वाली ज़मीन की प्लाटो में रजिस्ट्री कैसे हुई यह सवाल जिला प्रशासन को भी कठघरे में खड़ा करता है। रजिस्ट्री का जो भी खेल हुआ उसमें सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगा। इसके बावजूद प्रशासन खामोश बैठा है।
कांग्रेस सरकार के पूर्व कैबिनेट का रिश्तेदार होने के साथ ही साबा के सिर्फ पर एक स्थानीय और दबंग कांग्रेस विधायक का हाथ भी है। सूत्र बताते हैं कि साबा मंत्री के नाम का इस्तेमाल करने के साथ ही स्थानीय कांग्रेस विधायक को मोटा चढ़ावा भी चढ़ावा भी चढाता है। इसके बदले में विधायक जी ने साबा को प्रापर्टी के काले कारोबार के लिये अभय दान दिया हुआ है। कोई भी अफसर अगर साबा के इलाके में कार्रवाई करने की सोचता भी है तो उसका तबादला कर दिया जाता है। कभी बिल्डिंग इंस्पेक्टर पूजा मान को लगाया जाता है तो कभी दिनेश जोशी को। आजकल इलाका जीतपाल जोशी के हवाले है। पिछले करीब चार माह के दौरान यहां चार बार बिल्डिंग इंसपेक्टर बदले जा चुके हैं। सुषमा दुग़्गल का तबादला जिस अवैध बिल्डिंग पर कार्रवाई करने के कारण हुआ था वो किसी से छुपा नहीं है।
साबा और जेपी इन अवैध कालोनियों के बेखौफ सौदागर हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधायक का हाथ होने के चलते इन पर कोई भी अधिकारी हाथ डालने को तैयार नही।
वहीं, नगर निगम और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भी उनकी पूरी सांठगांठ है।
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सेना को भी बदनाम कर रहे साबा और जेपी
हरमीत सिंह साबा और अकाली नेता परमजीत सिंह जेपी पर कालेधन का खुमार इस कदर हावी हो चुका है कि वह देश की सुरक्षा करने वाले सेना के जवानों तक को बदनाम करने से पीछे नहीं हट रहे । हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें साबा और जेपी स्पष्ट रूप से ये कह रहे हैं कि यहां सेना के ओर्डिनेन्स डिपो के पास जो भी लोग मकान बनाते हैं या प्लाट खरीदते हैं उनसे सेना के जवान अवैध रूप से वसूली करते हैं। इसके उलट हकीकत यह है.कि सेना ने अपनी जिम्मेदारी यहां पर भी बाखूबी निभाई है कि उसने ओर्डिनेन्स डिपो के आसपास प्रतिबंधित क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माण की शिकायत लिखित रूप से जिला प्रशासन के पास भेजी । यही कारण है कि साबा अब सेना को भी बदनाम करने में लगा है। जिला प्रशासन ने उसे नगर निगम के अधिकारियों को भेज दी लेकिन इसके बाद डीसी साहब भी भूल गये और मामला ठंडे बस्ते में चला गया। जब एक पत्रकार ने डीसी से इस मामले में पूछा तो उन्होंने सिर्फ यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि नगर निगम को हिदायत दी गई है। अब निर्माण नहीं होने देंगे पर डीसी साहब यह भूल गये कि ये बात तो उन्होंने चार माह पहले भी कही थी । पर अवैध निर्माण तो दूर डीसी साहब वहां नई रजीस्त्रीया तक नहीं रुकवा पाये