घर की फाइल की कॉपी देने के बदले 25 हजार रुपये लिए
अमृतसर: विजिलेंस ब्यूरो ने एक घर की फाइल की कॉपी देने के बदले 25 हजार रुपये रिश्वत लेने के आरोप में इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के सेल शाखा के क्लर्क और उसके एक कारिंदे को गिरफ्तार किया है। ब्यूरो के डीएसपी योगेश्वर सिंह गौराया के नेतृत्व वाली टीम ने पहले ट्रस्ट के क्लर्क के कारिंदे को 25 हजार रुपये की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया। इसके तुरंत बाद ब्यूरो ने आरोपी क्लर्क को भी गिरफ्तार कर लिया।
ब्यूरो ने यह कार्रवाई रंजीत एवेन्यू स्थित बी ब्लाक के रहने वाले कंवलजीत सिंह की शिकायत के बाद की है। आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। यह जानकारी विजिलेंस ब्यूरो के एसएसपी वरिंदर सिंह संधू ने दी है।
एसएसपी ने बताया कि शिकायतकर्ता कंवलजीत सिंह का मजीठ मंडी में ड्राई फ्रूट का कारोबार करने वाले कंवलजीत ने 9 जुलाई 2019 को 90 लाख रुपये में रंजीत एवेन्यू सी ब्लाक में कोठी खरीदी।
कोठी खरीदने से पहले शिकायतकर्ता ने इसके दस्तावेज इंप्रूवमेंट ट्रस्ट से जांच करवाए, जो ठीक पाए गए। दो माह पहले तीन युवक कंवलजीत के घर आए और खुद को कोटक महिंद्रा बैंक का कर्मचारी बताते हुए उनके द्वारा खरीदी गई कोठी पर 60 लाख रुपये का कर्ज होने का दावा किया।
ब्यूरो के एसएसपी संधू ने बताया कि कंवलजीत ने युवकों को बाद में आने की बात कहकर खुद इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के दफ्तर में अपनी कोठी संबंधी किसी बैंक से पत्र मिलने बाबत जानकारी हासिल करने पहुंचे तो पता चला कि ट्रस्ट की सेल शाखा का क्लर्क दिनेश खन्ना उनके साथ डील कर रहा था। वे इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की पहली मंजिल पर क्लर्क दिनेश खन्ना के पास पहुंचे और इसकी जानकारी देने को कहा।
क्लर्क ने कोठी बाबत एक पत्र मिलने की बात करते हुए दफ्तर के दस्तावेज दिखाने के बदले 50 हजार रुपये की मांग की लेकिन सौदा 25 हजार रुपये में तय हो गया। आरोपी क्लर्क ने अपने कारिंदे के हाथ फाइल की कॉपी उनके घर भेजने की बात कही और उसे (कारिंदे) को 25 हजार रुपये देने की बात भी शिकायतकर्ता से कही। ब्यूरो की टीम ने राम नगर वेरका के नवदीप सिंह को 25 हजार रुपये रिश्वत के साथ और बाद में क्लर्क दिनेश खन्ना गिरफ्तार कर लिया।